फसलों के लिए बहुत घातक है जनवरी में मार्च जैसी गर्मी

  आगरा। मौसम में लगातार आ रहे उतार-चढ़ाव का असर फसलों पर सीधे तौर पर पड़ रहा है। जिले में पैदा की जा जाने वाली गेहूं, सरसों और आलू की फसलों में पैदावार पर असर पड़ने का खतरा पैदा हो गया है। इन दिनों में ये तीनों फसलें ठंड मांगती हैं और आगरा में इस समय धूप में मार्च जैसी तेजी है। इसी वजह से इस बार खेती में उत्पादन पर असर पड़ सकता है।

Jan 25, 2025 - 16:23
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फसलों के लिए बहुत घातक है जनवरी में मार्च जैसी गर्मी

-आलू, सरसों और गेहूं की फसलों में उत्पादन पर असर पड़ने का खतरा

पिछले वर्ष ही इन दिनों में इतनी भीषण ठंड पड़ रही थी कि लोग कंपकंपा रहे थे। इस बार सप्ताह भर पहले तक तो हाड़ कंपाने वाली ठंड थी, लेकिन इसके बाद मौसम में अचानक ऐसा बदलाव आया कि दिन के समय तो धूप को बर्दाश्त करना ही मुश्किल हो गया। दो-तीन दिन पहले बारिश होने से लगा था कि तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

बारिश के दूसरे दिन से ही फिर से चटक धूप निकलने से तापमान लगातार बढ़ रहा है। इसका असर खेतों में खड़ी रबी की फसलों पर पड़ रहा है। आगरा जिले की ही बात करें तो यहां के किसान गेहूं, सरसों और आलू की खेती ज्यादा करते हैं। इन तीनों ही फसलों के लिए इन दिनों ठंडा मौसम इसलिए जरूरी है कि यह दाना बढ़ाने का टाइम होता है।

तापमान में लगातार वृद्धि होने से गेहूं का दाना नहीं फूल पाएगा। सरसों की फसल भी इस समय फलियों पर है। सरसों की फली में दाना नहीं फूल पाएगा। यही स्थिति आलू की फसल की है। जो किसान 3797 समेत कई अन्य किस्मों का आलू पैदा करते हैं, उनका आकार भी छोटा रह जाने का खतरा पैदा हो रहा है, क्योंकि गर्मी के कारण आलू का आकार नहीं बढ़ पाएगा।

आलू की 3797 किस्म का आलू तो बुवाई के बाद 95 दिन तक बढ़ता है। जिन किसानों ने अक्तूबर के तीसरे और चौथे सप्ताह में आलू की बुवाई की थी, उसका आकार तापमान बढ़ने से छोटा रह सकता है। इससे आलू के उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है।

जनवरी के महीने में मार्च जैसा मौसम पहली बार देखने को मिल रहा है। तापमान रात के समय तो बहुत गिर जाता है, लेकिन दिन में इतनी तेज धूप निकलती है कि वह बर्दाश्त नहीं हो रही। इन दिनों में चलने वाली हवाएं भी नहीं चल रहीं, जिसकी वजह से भी तेज धूप में रुकना मुश्किल हो रहा है।

आने वाले दिनों में गिर सकता है तापमान

मौसम विभाग से मिल रही जानकारी के अनुसार अब दिन में गर्मी  की स्थिति रहेगी जबकि रातें अतिरिक्त ठंडी रहेंगी। इस बार सर्दी के मौसे में न्यूनतम तापमान पूरे सीजन आगरा में 5 को टच नहीं कर पाया लेकिन अब अगले दो तीन दिन में रात के समय यह 5° से कम भी सकता है। अगर न्यूनतम तापमान दो-तीन डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा तो फसलों में पाला मारने का भी खतरा होगा। आगामी 29 जनवरी को  हल्के तूफान और बारिश के भी अनुमान मौसम विभाग द्वारा लगाए गए हैं।

 

SP_Singh AURGURU Editor