aurguru: देश के कई राज्य बारिश और बाढ़ की चपेट में, गुजरात में 35 मौतें, यूपी में गंगा उफनी
नई दिल्ली। देश के कई राज्य भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। गुजरात की स्थिति सर्वाधिक भयावह है। गुजरात के आधे जिले बाढ़ की चपेत में हैं। बारिश और बाढ़ के कारण यहां 25 और लोगों की मौत हो गई है। इसकी वजह से राज्य में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है। यूपी में भी प्रयागराज और वाराणसी में गंगा उफान पर है। उधर बिहार में भी गंगा, कोशी, बागमती, गंडक आदि नदियां तबाही मचाने को तैयार दिख रही हैं
बाढ़ से प्रभावित गुजरात के वडोदरा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सेना के चार कॉलम की अतरिक्त तैनाती के निर्देश दिए हैं तो वहीं आईएमडी के सौराष्ट्र में आने वाले 12 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है। मध्य गुजरात में आने वाले अहमदाबाद और वडोदरा जिलों में येलो अलर्ट है।
गुजरात में भारी बारिश के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में सीएम भूपेंद्र पटेल से कल बात की थी। इसमें उन्होंने राज्य को हरसंभव मदद का भरोसा दिया था। सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में कल शाम तेज बारिश हुई। इसके कारण कई इलाकों में हालात बेकाबू हो गए। वडोदरा में बाढ़ विश्वामित्री नदी के उफनाने से आई है। उधर बाढ़ प्रभावित वडोदरा शहर में बारिश थम गई है लेकिन विश्वामित्री नदी में बाढ़ के कारण कई निचले इलाके अभी भी जलमग्न हैं। गुजरात की कई बरसाती नदियां उफान पर हैं।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की तीन टुकड़ियों की टीमों ने अपने घरों और छतों में फंसे लोगों को बचाया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राज्य सरकार के अनुसार, इस मानसून में अब तक 41,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है और 3,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है। गांधीनगर में स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि मंगलवार को 15 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा बुधवार को चार लोगों की मौत की सूचना मिली। जिला कलेक्टरों ने मोरबी में चार और राजकोट जिले में दो लोगों की मौत की सूचना दी।
उत्तर प्रदेश में कल को 60 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश हुई। 24 घंटे में इतनी बारिश हुई कि वाराणसी समेत 10-12 शहरों की सड़कें तालाब जैसी दिखाई पड़ने लगीं। वाराणसी में सबसे ज्यादा 84 एमएम पानी बरसा। इसके चलते गंगा का जलस्तर एक मीटर ऊपर चढ़ गया। वाराणसी के 50 से ज्यादा घाट गंगा में डूब गए। वाराणसी में नमो घाट भी डूब गया है। आज 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। प्रयागराज में भी गंगा उफन गई है। इसके कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है।
इधर दिल्ली में भी कल रात से भारी बारिश हो रही है। इससे दिल्ली, एनसीआर और नोएडा के कई इलाकों में पानी भर गया है। सबसे बुरी हालत अंडर पास की है। पानी भरने से सड़कों पर जाम लगा है। भारी बारिश के कारण यमुना में जलस्तर बढ़ गया है लेकिन अभी यह खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है।
उधर नेपाल और पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश की वजह से बिहार में नदियां उफान पर हैं। भागलपुर, मुंगेर और वैशाली में गंगा का जलस्तर बढ़ा है। इन जिलों के निचले इलाके में पानी घुस गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण पटना में 31 अगस्त तक 76 सरकारी स्कूलों को बंद रखने का ऐलान किया गया है। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण निचले इलाकों के 8 ब्लॉक में पानी भर गया है। इसलिए इन्हीं 8 ब्लॉक के स्कूलों को बंद रखा गया है।
मौसम विभाग ने 30 अगस्त को ओडिशा और तेलंगाना में भारी से अति भारी (20 सेमी से ज्यादा) बारिश का अलर्ट जारी किया है।
छत्तीसगढ़, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश (12 सेमी से ज्यादा) की चेतावनी है। पू्र्वी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विदर्भ, अंडमान-निकोबार द्वीप, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक और गुजरात में 7 सेमी बारिश हो सकती है।
मध्यप्रदेश में सितंबर की शुरुआत तेज बारिश के साथ होगी। राज्य में अब तक 33.6 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक 29 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसका असर दो दिन बाद देखने मिलेगा। तीन से चार सितंबर तक प्रदेश में तेज बारिश होने का अनुमान है।
राजस्थान में पश्चिमी हिस्से को छोड़कर बाकी जगहों पर मानसून कमजोर हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि दो सितम्बर से मानसून के फिर से एक्टिव होने की संभावना है। राज्य में अब तक सामान्य से 52 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। प्रदेश में एक जून से 28 अगस्त तक 361.3 एमएम औसत बारिश होती है, जबकि इस सीजन में अब तक कुल 549.9 एमएम बरसात हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में अगले दो दिन भारी बारिश के आसार हैं। आज छह जिलों के लिए यलो अलर्ट है। रायगढ़, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, बालोद और बीजापुर में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक तीन अलग-अलग स्ट्रॉन्ग सिस्टम बन रहे हैं। इसी के असर से मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ में बारिश होगी।
हरियाणा के पानीपत, जींद, फरीदाबाद, सोनीपत समेत कई जगह आज सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह जलभराव हो गया है। सड़कों पर एक फुट के करीब पानी भर गया है। मौसम विभाग ने आज चार जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे पांच सितंबर तक बरसात की संभावना है। हरियाणा में भारी बारिश के कारण यमुना का जलस्तर भी तेजी से बढ़ सकता है।
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