News in Slides : बर्तन तो खनके ही गहनों की चमक से 30 प्रतिशत उछला सराफा, पेशकशों से भरे आगरा के बाजार
आगरा। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन खरीददारी करने से घर में सुख—समृद्धि आती है। ऐसे में दीपोत्सव के पहले दिन आगरा के बाजारों में आज सुबह से ही बड़े उत्साह के साथ खरीददारी की जा रही है। लोग बर्तन, आभूषण, वाहन, कपड़े, घरेलू साज—सज्जा आदि की खरीददारी कर रहे हैं।
आगरा के किनारी बाजार में सवेरे से ही भीड़ है। लोग मुहूर्त देखकर अपने घर के लिए सामान खरीद रहे हैं। सबसे ज्यादा डिमांड सिक्कों और बर्तनों की है। कमला नगर, बल्केश्वर, शाहगंज, संजय प्लेस, सदर बाजार, दयालबाग, न्यू आगरा, खंदारी, रावतपाड़ा, दरेसी, मोती गंज, बेलनगंज समेत पुराने बाजार। इधर एमजी रोड, बाईपास रोड, फतेहाबाद रोड, आवास—विकास पर बड़े—बड़े नामी प्रतिष्ठान और शॉपिंग कॉम्पलेक्स आज फुल हैं। यहां 07 से 10 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया जा रहा है। वहीं तमाम अलग—अलग ब्रांड के प्रोडक्ट्स पर 30 से 50 फीसद की छूट है। कई जगह दिवाली मेले और पटरी बाजार लगे हैं। यहां भी आकर्षक छूट लोगों को लुभा रही हैं। चर्च रोड पर आगरा बर्तन भंडार है। भीड़ इतनी अधिक कि पैर रखने को जगह नहीं है। इसी तरह अलग—अलग बाजारों में बर्तन खूब खनक रहे हैं। बल्केश्वर में मामा बर्तन भंडार पर स्टाफ ने बताया कि चम्मच से लेकर थाली तक जिसकी जैसी जेब वो वैसी खरीद कर रहा है। धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा है।
कमला नगर में अजंता स्वीट्स और ब्रज भोग रसायनम के स्टाफ ने बताया कि और दिनों की अपेक्षा आज भीड़ संभाले नहीं संभल रही है। लोग मिठाईयों की खरीद कर रहे हैं। पांच दिन के उत्सव को लेकर हर कोई पहले खरीद फरोख्त से फ्री होना चाहता है।
बेलनगंज में इलेक्टॉनिक आइटम्स के विक्रेता सचिन बताते हैं कि बीते दिनों से लोग झालरों की खरीद कर रहे हैं, लेकिन आज सबसे ज्यादा झालरें खरीदी गई हैं। झालरें लगाना एक बड़ और टाइम टेकिंग काम है। यही कारण है कि अधिकांश घरों में आज झालरें लटक जाती है। मार्केट में 35 रूपये की 12 मीटर से लेकर 5000 हजार रूपये तक की झालर और सजावटी लाइटें मौजूद हैं। लोग अपने बजट के अनुसार खरीद कर रहे हैं। इधर रेडीमेड गारमेंट्स के प्रतिष्ठानों पर भी आज सबसे ज्यादा भीड़ नजर आई। दोपहर के समय तक बड़ी संख्या में लोग शाहगंज, राजा की मंडी, संजय प्लेस, सुभाष नगर और सदर बाजार में कपडों की खरीद करते दिखे।
सराफा बाजार है काफी उत्साहित
चांदी और सोने के भाव में निरंतर तेज़ी के बावजूद बिकवाली जमकर हो रही है। दीपावली और उसके बाद वैवाहिक सीजन से सराफा बाज़ार काफी उत्साहित है। स्वर्ण आभूषणों की नई डिजाइन के साथ ही इस बार ग्राहकों में डायमंड का जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है। ज्वैलर्स का अनुमान है कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में खरीदारी बहुत अच्छी रहने वाली है। करवाचौथ पर इस बार बेहतर खरीदारी से सराफा व्यवसायी काफी खुश हैं। दीपावली पर सोने-चांदी के आभूषणों की खरीद के लिए ग्राहक बड़ी संख्या में बाजार में पहुंच रहे हैं। दुकानदारों को धनतेरस पर कारोबार में 30 फीसद तक उछाल की उम्मीद है।
चांदी की मूर्तियों की मांग
इस बार दीपावली पर मूर्तियों की भारी डिमांड है। सराफा बाजार में इन दिनों लक्ष्मी- गणेश के साथ ही राम दरबार, कामधेनु, हनुमान आदि की बड़ी डिमांड है। बाजार में चांदी कि कलरफुल मूर्तियों की भी जमकर खरीदारी हो रही है। लोग दीपावली पर पूजन के लिए तो इन मूर्तियों को खरीद ही रहे हैं। साथ ही अपनों को उपहार में देने के लिए भी इन मूर्तियों को खरीद रहे हैं।
शुभ मुहूर्त
आज प्रातः 10 बजकर 31 मिनट से धनतेरस शुरू हो चुकी है और जगह जगह पूजन भी प्रारंभ हो गए हैं। धनतेरस 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक रहेगी। कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी धनतेरस के रूप में मनाई जाती है। यह त्यौहार दिवाली के आने की शुभ सूचना देता है। इस दिन धन्वंतरि के पूजन का विधान है। ज्योतिषाचार्य अरविन्द मिश्र ने बताया कि कहते हैं कि इस दिन धन्वंतरि वैध समुद्र से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए धनतेरस को "धन्वंतरि जयंती " भी कहते हैं। धनतरेस दिन घर के टूटे-फूटे पुराने बर्तनों के बदले नए बर्तन खरीदते हैं। विशेषता चांदी के बर्तन खरीदना अत्यधिक शुभ माना जाता है।
यह है पूजा का विधान
ज्योतिषाचार्य मिश्र ने पूजा विधि के बारे में बताया कि धनतेरस के दिन एक मिट्टी का दीया बना लें।रात को घर की स्त्रियां दीए का पूजन करें तथा दीए में तेल डालकर, उसमें चार बत्तियां एक कोढ़ी में छेद करके दीया जला दें । जल के छींटे दें। रोली, चावल, चार सुपाड़ी , गुड़, फूल, दक्षिणा, धूप रख दें। चार फेरी देकर बाद में दीया उठाकर अपने घर के आगे रख लें। सुबह दीए में से कौड़ी निकाल कर अपने घर की तिजोरी में रख लें। इससे आपके घर में धन-संम्पदा की वृद्धि होगी और कुबेर महाराज की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।
What's Your Reaction?