छोटी—छोटी बातों से मिल सकता है पर्यटन को बढ़ावा, लोगों से बात करो, ब्लू प्रिंट बनाओ, राजीव गुप्ता की कलम से
आगरा। लोकस्वर संस्था के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने आगरा प्रशासन से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक ब्लू प्रिंट बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे तो शासन—प्रशासन द्वारा आगरा मंडल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तमाम कोशिशें की गई हैं, लेकिन अब भी सुधार की गुंजाइश है। राजीव ने ऐसे कई सुझाव भी पेश किए हैं जिन्हें अमल में लाने से देसी—विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। क्या हैं वे सुझाव आईए जानते हैं राजीव गुप्ता की जनस्नेही कलम से...
बदल सकती है आगरा की तस्वीर
पर्यटन सीजन अपनी गति पर है। विदेशीयों के साथ देसी सेलानियों का भी आगमन पूरे जोरो पर है। आगरा मंडल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शासन—प्रशासन द्वारा काफी काम किए गए हैं पर उनमें और सुधार किया जा सकता है अगर सही तरीके से प्रचारित किया जाए। इन तीन महीनों में यदि आगरा प्रशासन आगरा के नागरिकों से बात करके खाका खींचे तो आगरा की तस्वीर बदली जा सकती है और विश्व में एक नई पहचान दिलाई जा सकती है।
सुझाव
1-पर्यटकों का आगरा आगमन जिस-जिस दिशा से होता है वहां पर सभी मार्ग गड्ढा मुक्त रहें। अगर संभव हो तो इन सभी मार्गों को जाम से मुक्त रखा जाए और विशेष यातायात कर्मियों की तैनाती रहे।
2— जाम लगने की वजह अक्सर सड़कों को बेतरतीब ढंग से घेरना होता है। इस पर रोक के प्रयास होने चाहिए। अवैध वेंडर, अनाधिकृत पार्किंग, मनमाना जगह पर वाहन खड़े नहीं होने चाहिए।
3— अक्सर हम सभी नागरिक पहले पहुंचने के लिए रॉन्ग साइड और अनेक तरीके के ऐसे अपने वाहन को चलते हैं जिससे न चाहते हुए भी जाम हो जाता है उसे रोका जाए।
4— नगर निगम कर्मचारियों को रात को 8:00 बजे से लेकर सुबह 7:00 बजे तक उन सभी पर्यटक स्थलों पर और मार्गों पर उचित सफाई व्यवस्था करके चूना डालकर उसे आकर्षक बनाना चाहिए।
5— ऐसे तो लपका प्राणी खत्म को खत्म करना नामुमकिन सा काम है। लेकिन पर्यटन गाइड, वेंडर और तमाम चीजों को व्यवस्थित स्थान और यूनिफॉर्म पहनकर एक सुव्यवस्थित बनाया जा सकता है।
6— भिखारियों पर नियंत्रण और उन्हें शेल्टर होम भेजने के प्रयास अधिक होने चाहिए।
7— हर पर्यटन स्थल पर पर्यटन विभाग को मे आई हेल्प यू की डेस्क बनानी चाहिए।
8— आगरा की एक डॉक्यूमेंटरी फिल्म यूट्यूब पर प्रसारित की जानी चाहिए। एक ऐसी फिल्म जिसे अच्छे ढंग से प्रोजेक्ट किया जाए और पर्यटन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण नंबर भी उपलब्ध हों। पर्यटक इन नंबरों पर शिकायत कर सकें और मदद मांग सकें।
कैसे बनाएं ब्लूप्रिंट
राजीव के अनुसार इन छोटी—छोटी बातों पर पर्यटन व्यवसाईयों के साथ बैठकर पर्यटन कार्यालय, पुलिस, प्रशासन विमर्श कर सकते हैं। बैठक का सार निकलने के बाद एक ब्लूप्रिंट बनकर तरीके से काम हो सकता है, जिसमें सभी सहयोगी होंगे। इसके अलावा ताज महोत्सव की तिथियां भी समय से फाइनल होनी चाहिए। इसमें भारतीय भारतीय संस्कृति और कला के प्रोग्राम होने चाहिए न कि बॉलीवुड। बॉलीवुड प्रोग्राम तो पर्यटक घर बैठकर टेलीवीजन पर भी देख सकते हैं लेकिन स्थानीय लोक, संस्कृति और कला से जुड़े कार्यक्रम उन्हें हर जगह नहीं मिलते।
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