उत्तर भारत में किया जाएगा लोक शक्ति पार्टी का विस्तार, अधिवेशन में लिया संकल्प
आगरा। कर्नाटक के तीन बार मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रहे स्व. रामकृष्ण हेगड़े द्वारा वर्ष 1997 में स्थापित राजनीतिक दल "लोक शक्ति" (एनडीए का संस्थापक सदस्य दल) के आगरा में सूर्या होटल में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी का उत्तर भारत में विस्तार करने का संकल्प लिया गया।
- देवेंद्र सिंह आर्य बघेल पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए, अन्य पदाधिकारियों की भी घोषणा
अधिवेशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह आर्य बघेल ने कहा कि लोक शक्ति पार्टी बाबा साहब आंबेडकर और महात्मा ज्योतिबा फुले के उसूलों पर कार्य करेगी। सामाजिक समीकरण के बलबूते हम उत्तर प्रदेश और दिल्ली में पार्टी को मजबूत करने की दिशा में पहला कदम बढ़ाएंगे। कर्नाटक की तर्ज पर उत्तर भारत में लोक शक्ति पार्टी को मजबूती से खड़ा किया जाएगा।
राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एवं पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक बिजेंद्र सिंह ने कहा कि लोक शक्ति पार्टी की नीतियों को घर-घर पहुंचाने और आम जन को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षित कार्यकर्ता खड़े किए जाएंगे।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वेदपाल शास्त्री (दिल्ली) ने कहा कि कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों की ताकत से लोक शक्ति पार्टी आगे बढ़ेगी।
सर्वसम्मति से चुनी गई राष्ट्रीय परिषद
अधिवेशन में सर्वसम्मति से पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए हाथरस के देवेंद्र सिंह आर्य बघेल को पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। बिजेंद्र सिंह (नोएडा) को प्रधान राष्ट्रीय महासचिव, हाथरस की पूर्व सांसद सारिका सिंह बघेल, दिल्ली के वेदपाल शास्त्री व भूपेंद्र सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया।
अलीगढ़ के महेंद्र सिंह लोधी को राष्ट्रीय संयोजक, आगरा के महेंद्र सिंह को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, अलीगढ़ के राजपाल सिंह आर्य सविता एवं अनिल वर्मा एडवोकेट (दिल्ली) को राष्ट्रीय महामंत्री, प्रो. भुवनेंद्र सिंह को राष्ट्रीय महासचिव, राजेश कुमार बघेल एडवोकेट, सुमित के. रमन और अजीत सिंह जाटव को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बनाया गया।
नारायण सिंह एडवोकेट राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेश लोधी को प्रांतीय संयोजक, उत्कर्ष मनोज कुमार को उप्र लोक शक्ति युवा परिषद कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और सरदार मुकेश सैनी (अलीगढ़) को महात्मा ज्योतिबा फुले ब्रिगेड का राष्ट्रीय संयोजक चुनकर स्वागत किया गया।
सुरेश प्रधान निर्वाचन अधिकारी रहे। बेटे के आकस्मिक निधन के कारण राजपाल सिंह आर्य सविता अधिवेशन में नहीं आए थे। उनके बेटे के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। उत्कर्ष मनोज कुमार ने संचालन किया।
What's Your Reaction?