लखनऊ में वकीलों पर लाठीचार्च, आगरा में निकाला गया विरोध जुलूस
आगरा। राजधानी लखनऊ में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और एफआईआर दर्ज किए जाने और मथुरा के एक अधिवक्ता के विरुद्ध मुकदमा लिखे जाने के विरोध में स्थानीय अधिवक्ताओं ने मंगलवार को सिविल कोर्ट परिसर में विरोध जुलूस निकाला।

इस दौरान हुई सभा में दोनों घटनाओं की निंदा करने के साथ ही बार काउंसिल ऒफ इंडिया और यूपी बार काउंसिल से दोनों घटनाओं का संज्ञान लेने का आह्वान किया गया।
अधिवक्ताओं ने यह विरोध जुलूस जनमंच के बैनर तले निकाला। विरोध जुलूस दीवानी कचहरी के गेट नंबर दो से नजारत तक निकाला गया। जुलूस में शामिल अधिवक्ता लखनऊ और मथुरा प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए चल रहे थे। नजारत के सामने यह जुलूस सभा में बदल गया।
सभा में वक्ताओं ने दोनों घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसा लगता है कि पुलिस को सरकार का मूक समर्थन मिला हुआ है। मांग की गई कि लखनऊ और मथुरा के दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए। अगर कार्रवाई न हुई 20 मार्च को बैठक कर आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी।
सभा की अध्यक्षता चौधरी अजय सिंह और चौधरी हरदयाल सिंह ने संयुक्त रूप से की। जुलूस और सभा में फूल सिंह चौहान, राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा एडवोकेट, धीरेंद्र गुप्ता, उमेश कुमार वर्मा, केपी वर्मा, अशोक सिन्हा, बंगाली शर्मा, सत्येंद्र कुमार यादव, श्याम सुंदर, पवन शर्मा, रवि चौधरी, विद्याराम बघेल, छोटे लाल, चंद्रभान सिंह निर्मल, सुभाष चंद्र, गिर्राज रावत, शिव कुमार सैनी, शिवराम सिंह चौहान, दिलीप फौजदार, विशाल सिंह, उमेश दीक्षित, सुरेंद्र सिंह धाकरे, मोहन लाल, राजू सिकरवार और रामेश्वर आदि अधिवक्ता शामिल हुए।