कायस्थों ने नहीं उठाई आज कलम, चित्रगुप्त मंदिरों में हुआ हवन-पूजन
आगरा। कायस्थ परिवारों आज भगवान श्री चित्रगुप्त की जयंती पर कलम-दवात का पूजन किया गया। साथ ही चित्रगुप्त मंदिरों में हवन, पूजन और दीपदान के कार्यक्रम हुए। आज के दिन कायस्थ समाज ने कलम से कोई काम भी नहीं किया।
यम द्वितीया के साथ ही आज श्री चित्रगुप्त भगवान की पूजा का दिन है। कार्तिक यम द्वितीया का दिन हिन्दी पट्टी और दक्षिण के कायस्थों में धूम धाम से मनाया जाता हैं। चारों चित्रगुप्त धाम के मन्दिरों अयोध्या, पटना, उज्जैन, और कांचीपुरम में इसकी सार्वजनिक पूजा होती है। साथ ही हर कायस्थ घर में भी पूजा होती है।
दो कथाओं से जुड़ा है आज का यह दिन। पहला जब यम देव की बहन यमुना ने अपने भाई को विधिवत आमंत्रित किया और साथ ही मृत्यु लोक के स्वामी श्री चित्रगुप्त जी को भी आमंत्रित किया। भोजन परोसने के पहले दोनों की विधिवत पूजा अर्चना की।
दूसरी कहानी जुड़ी है मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के राज्याभिषेक से। जब आमंत्रण देने के लिए ज़िम्मेवार वशिष्ठ मुनि श्री चित्रगुप्त जी को आमंत्रित करने में चूक गये। भगवान श्री राम के टोके जाने पर आनन फ़ानन में श्री चित्रगुप्त जी को आमंत्रण भेजा गया। आमंत्रण पाकर लेखा-जोखा का काम छोड़कर श्री चित्रगुप्त तत्काल अयोध्या रवाना हुए। दवात पूजा के बाद कायस्थों द्वारा 24 घंटे कागज़-कलम त्यागने की कहानी इसी कथा से प्रेरित है।
बल्का बस्ती गोकुलपुरा स्थित 140 वर्ष पुराने श्री चित्रगुप्त मंदिर में आज कायस्थ समाज ने हवन पूजन किया। यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष रजत अस्थाना के परिवार की ओर से आयोजित किया जाता है। भोगीपुरा स्थित 100 वर्ष पुराने चित्रगुप्त मंदिर में कायस्थ समाज की ओर से हवन पूजन के साथ ही भजन संध्या का आयोजन किया गया। मिल्टन पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर राहुल राज ने मंदिर के जीर्णोद्धार में कायस्थ समाज से जुटने का आव्हांन किया।
ताजगंज क्षेत्र में पाक टोला स्थित शहर के तीसरे प्राचीनतम श्री चित्रगुप्त मंदिर में भी हवन पूजन हुआ। श्री कुलश्रेष्ठ सभा भवन में युवा कुलश्रेष्ठ सभा आगरा के अध्यक्ष मनोज राजू और महासचिव अंजुल के नेतृत्व में श्री चित्रगुप्त मंदिर में दीपदान का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।
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