पाक पीओके से हट जाए तो कश्मीर समस्या का समाधान हो जाएगा- जयशंकर

लंदन। यूके दौरे पर गए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि पाकिस्तान अगर पीओके से हट जाए तो कश्मीर समस्या का समाधान हो जाएगा। जयशंकर ने लंदन स्थित थिंकटैंक चैथम हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान ये बात कही। जयशंकर से पाक पत्रकार निसार ने सवाल किया था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कश्मीर समस्या को हल करने के लिए कर सकते हैं। इस पर जयशंकर ने कहा कि समस्या बचेगी ही नहीं, अगर पाकिस्तान कश्मीर के एक हिस्से (पीओके) से अपना कब्जा छोड़ दे।

Mar 6, 2025 - 10:22
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पाक पीओके से हट जाए तो कश्मीर समस्या का समाधान हो जाएगा- जयशंकर

जयशंकर ने कहा कि भारत की ओर से कश्मीर में चीजों को ठीक करने के लिए कोशिश हो रही है। कश्मीर का राज्य का दर्जा खत्म करते हुए धारा 370 हटाना इस ओर पहला कदम था। कश्मीर में आर्थिक गतिविधियां और सामाजिक न्याय बहाल करना दूसरा कदम था। उच्च मतदान के साथ चुनाव कराना तीसरा कदम था। इसके बाद कश्मीर का वह हिस्सा जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है, उसे वापस पाना बाकी है। जब ऐसा हो जाएगा, तो कश्मीर समस्या सुलझ जाएगी। जयशंकर ने इस दौरान कहा कि पाकिस्तान के पास कश्मीर का जो हिस्सा है, वह उसने चोरी किया है।

चैथम हाउस में कश्मीर और मानवाधिकारों पर जयशंकर से कई सवाल किए गए। जयशंकर ने कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों पर कहा कि हमें राजनीतिक कारणों से इस मुद्दे पर आलोचना का सामना करना पड़ता है। कुछ स्थितियों में सुधार की जरूरत होती है लेकिन भारत का मानवाधिकार रिकॉर्ड दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले अच्छा है। भारत में मानवाधिकारों पर किसी भी तरह की व्यापक चिंता गलत है।

चीन के साथ भारत के रिश्ते के सवाल पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि दोनों का इतिहास बहुत पुराना है, जिसमें समय के साथ उतार-चढ़ाव आए हैं। आज दोनों देश रिश्ते बेहतर करने की ओर बढ़ रहे हैं। मुख्य मुद्दा यह है कि संबंधों में कैसे एक स्थिर संतुलन बनाया जाए। हम एक स्थिर संबंध चाहते हैं, जहां हमारे हितों का सम्मान किया जाए।

एस जयंशकर ने कश्मीर मामले पर लगातार कड़ा रुख दिखाया है। बीते साल भी जयशंकर ने कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा है और हर भारतीय राजनीतिक दल यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीओके भारत को वापस मिले। यह हमारी राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है। उन्होंने ये भी कहा था कि पीओके के मुद्दे को फिर से लोगों की चेतना में लाया गया है।