40 फुट गहरे कुएं में जा गिरा था सियार, सुरक्षित निकाल लिया गया
आगरा। वाइल्ड लाइफ एसओएस और वन विभाग ने संयुक्त रूप से एक बचाव अभियान चलाकर 40 फीट गहरे कुएं में गिरे एक सियार को सुरक्षित निकाल लिया।
पिनाहट स्थित बजरिया गांव के कुएं में यह नर सियार गिर पड़ा था। कुएं के अंदर से अजीब आवाजें सुनकर ग्रामीण ने कुएं में झांका तब इस बारे में जानकारी हुई। सूचना मिलने के बाद वन अधिकारियों ने वाइल्ड लाइफ एसओएस से मदद मांगी।
वन्य जीव संरक्षण संस्था की दो सदस्यीय टीम आवश्यक उपकरणों के साथ कुएं पर पहुंची। एक घंटे तक चले अभियान में वाइल्ड लाइफ एसओएस टीम ने विशेष रूप से डिजाइन किए गए पिंजरे को सावधानीपूर्वक कुएं में नीचे उतारा और सियार को उसी पिंजरे में कैद कर बाहर निकाल लिया। परीक्षण में सियार पूरी तरह स्वस्थ मिला तो उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
वाइल्ड लाइफ एसओएस के सीईओ और सह-संस्थापक कार्तिक सत्य नारायण ने कहा कि देश में 8.7 मिलियन खुले कुएं वन्य जीवों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं। संस्था के डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज एम.वी. ने कहा कि यह इस बात का एक उदाहरण है कि कैसे तत्काल कार्रवाई और उचित समर्थन से मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम किया जा सकता है।
80 हजार है सियारों की आबादी
गोल्डन जैकल (सियार) भारतीय उपमहाद्वीप के मूल निवासी हैं और जंगल में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सर्वाहारी हैं, मतलब वे विभिन्न प्रकार के छोटे स्तनधारी, पक्षी, मछली, खरगोश और यहां तक कि फलों को भी खाते हैं। दुर्भाग्य से, गोल्डन जैकल अक्सर शिकार, वन्यजीव तस्करी, मानव-वन्यजीव संघर्ष और सड़क दुर्घटना आदि के शिकार होते हैं। यह प्रजाति वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची II के तहत संरक्षित है, और जंगल में इसकी अनुमानित आबादी 80,000 है।
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