भाजपा मुख्यालय पर जबर्दस्त जश्न, जय श्रीराम के नारों से गूंजा इलाका
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की सबसे वीवीआईपी सीट नई दिल्ली पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए हैं। अरविंद केजरीवाल को बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने हराया है। केजरीवाल की हार की सूचना ज्योंही भाजपा मुख्यालय पहुंची, वहां मौजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त उत्साह देखा गया। कार्यकर्ताओं ने जम कर जश्न मनाना शुरू कर दिया और दोपहर में ही आतिशबाजी शुरू कर दी।
वैसे तो सुबह 10 बजे से ही भाजपा मुख्यालय में ढोल-नगाड़े बजने लगे थे लेकिन केजरीवाल की हार के बाद जश्न जोर-शोर से शुरू हो गया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जयश्री राम के भी नारे लगाए। इससे पहले मनीष सिसोदिया भी चुनाव हार गए । सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू होने के साथ ही अरविंद केजरीवाल लगातार पीछे चलते रहे। करीब दो घंटे वोटों की गिनती के बाद अरविंद केजरीवाल कुछ देर के लिए बढ़त बना पाए, लेकिन आखिरकार वह चुनाव हार गए।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराने के तत्काल बाद प्रवेश वर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को कॉल किया। बताया जा रहा है कि शाह ने तत्काल उन्हें मिलने के लिए बुला लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी प्रवेश वर्मा को नई सरकार में बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर से कहा था कि अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतती है तो वह एक बार फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि आतिशी के केवल चुनाव तक सीएम हैं। अब अरविंद केजरीवाल खुद चुनाव हार गए हैं। अरविंद केजरीवाल की हार को आम आदमी पार्टी के लिए सबसे बड़ा सेटबैक माना जा रहा है। आप में केजरीवाल एक मात्र ऐसे चेहरा रहे जिनके नाम पर पार्टी को वोट मिलते रहे हैं।
देश की राजधानी दिल्ली पर जिस पार्टी ने सबसे ज्यादा राज किया, आज उसे दिल्ली की जनता ने शायद पूरी तरह भुला दिया है। दिल्ली में 15 साल तक लगातार सरकार चलाने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से गायब हो गई है। पूरा मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच ही सिमट कर रह गया है। अभी तक के रुझानों में दिल्ली की 70 सीटों में से एक पर भी खाता खुलता नहीं दिख रहा है। वोट प्रतिशत की भी बात करें, तो कांग्रेस बहुत ही बुरी स्थिति में दिख रही है।