शास्त्रीय संगीत से सजी होली की संध्या, बसंत, पीलू राग की प्रस्तुतियां
आगरा। सांगीतिक संस्था ‘पंडित जीएल गुणे संगीताश्रम द्वारा रविवार नामनेर स्थित दुर्गा देवी विद्या मंदिर में आयोजित कलाकारों के होली मिलन समारोह में राग पीलू, बसंत आदि पर होली की धमार ने मंत्रमुग्ध कर दिया।

- पंडित जीएल गुणे संगीताश्रम ने आयोजित किया होली मिलन समारोह
- युवा पीढ़ी को शास्त्रीय संगीत से जोड़ रहे हैं संगीताश्रम के निदेशक ब्रह्मभट्ट
कार्यक्रम का प्रारंभ आचार्य श्रीकृष्ण चतुर्वेदी के उद्बोधन के साथ हुआ। इसके बाद संस्था के छात्र-छात्राओं एवं नगर के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। पं मनीष शर्मा, पं. देवाशीष गांगुली, पं. गजेंद्र चौहान, गौतम तिवारी ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से होली के उल्लास में रंग भर दिए।
प्रारंभ में में सरस्वती वंदना राग बसंत से छात्र छात्राओं द्वारा प्रस्तुत की गई। सभी छात्राओं द्वारा राग पीलू में - मोरे कान्हा तू आए पलट के.... होली जा में तोसे ना ही खेलूं होली.. की प्रस्तुति दी गई। हर्ष चेलानी द्वारा सिंधी होली और अन्य छात्राओं द्वारा धूम मची है होरी की,,,प्रस्तुति की गई।
मधुकर चतुर्वेदी और पंडित सदानंद ब्रह्मभट्ट ने जब धमार की प्रस्तुति दी तो हर कोई झूम उठा। डॉ. देवाशीष गांगुली की - खेलत होरी मुरारी..., पंडित मनीष शर्मा - मोपे पर रंग ना डारो...की प्रस्तुति सराहनीय रही। विजय गौतम, धीरज सोलंकी, आनंद राठौर, अविरल जैन, कौशल सिंह, माधव शर्मा, हर्ष चेलानी, ध्रुव शर्मा, हिमांशी, काव्या, कार्तिकी लुभानी, आरुषि, कीर्ति आदि छात्र छात्राओं द्वारा विशिष्ट प्रस्तुति दी गई।
संस्था के निदेशक एवं शास्त्रीय गायक पं सदानंद ब्रह्मभट्ट ने बताया कि संस्था 2008 से निरंतर शास्त्रीय संगीत से युवा पीढ़ी को जोड़ने का कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में छावनी बोर्ड के सदस्य राजेश गोयल, डॉ. मनुशील पचौरी, मधुकर चतुर्वेदी, अशोक चौबे, संजीव चौबे, विजय जी, अनिल जैन, अशोक राव कर्मरकर, डॉ. पीके श्रीवास्तव, डॉ. आनंद राय, अनूप कुमार जैन, गजेंद्र सिंह चौहान, हरिओम माहौर, भानु प्रताप सिंह, परमानंद ब्रह्मभट्ट, रविंद्र तलेगांवकर, जयंत पाल, शुभाशीष गांगुली, सुनीत गोस्वामी, अमित शर्मा आदि उपस्थित रहे। शिवम कुमार द्वारा मंच का संचालन किया गया।