ट्रेनर के सवालों पर बगलें झांकने लगे हेड मोहर्रिर
आगरा। पुलिस लाइन में हेड मोहर्रिर के लिए पाठशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कई थानों के हेड मोहर्रिर सवाल जवाब के दौर में उलझ गए। कईयों को काफी जानकारी का अभाव था। उन्हें नए कानून और उसके प्रावधानों के बारे में समझाया गया है।
पुलिस लाइन स्थित नवनिर्मित प्रशिक्षण हॉल में हेड मोहर्रिर (मुख्य आरक्षी/आरक्षी) के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को और अधिक व्यवसायिक दक्षता प्रदान करना था।
प्रशिक्षण कार्यशाला का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक प्रशिक्षण सेल केके यादव और वैज्ञानिक अधिकारी सुधीर कुमार गुप्ता ने किया। इसमें कार्यपालक मजिस्ट्रेट न्यायालयों में नियुक्त हेड मोहर्रिरों को नये कानूनों, फोरेन्सिक साइंस, डीजी परिपत्रों और वाद निस्तारण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके साथ ही केस स्टडी और पदीय कर्तव्यों से संबंधित गहन प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।
इस प्रशिक्षण में कमिश्नरेट के समस्त कार्यपालक मजिस्ट्रेट न्यायालयों के हेड मोहर्रिरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यशाला में नवीनतम तकनीकी उपायों पर विशेष ध्यान देते हुए उन्हें पुलिस कार्यों में अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने जोर दिया कि कानूनों और तकनीकी कौशल में महारत हासिल कर पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का बेहतर तरीके से निर्वहन कर सकते हैं।
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