पिता की एक आवाज पर अमेरिका को छोड़ आए थे डॊ. अजय प्रकाश

आगरा। कल शाम दिवंगत हुए शहर के प्रख्यात सर्जन और यूरोलॊजिस्ट डॊ. अजय प्रकाश ने अपने पिता डॊ. वेद प्रकाश के एक संदेश पर अमेरिका का त्याग कर दिया था। अमेरिका में मेडिकल की पढाई करने गए डॊ. अजय प्रकाश से उनके पिता ने कहा था कि अगर तुम मेरे साथ रिश्ते में भरोसा करते हो तो वापस आ जाओ। डॊ. अजय प्रकाश ने बगैर सोचे तत्काल वापस लौटने का फैसला कर लिया था। 

Feb 10, 2025 - 11:48
 0
पिता की एक आवाज पर अमेरिका को छोड़ आए थे डॊ. अजय प्रकाश

-पिता ने कहा था- मेरे साथ रिश्ते में भरोसा करते हो तो वापस आ जाओ

डॊ. अजय प्रकाश ने यह बात विगत एक फरवरी को आगरा में एसोसिएशन ऒफ सर्जन्स ऒफ आगरा के सातवें इंस्टालेशन समारोह में अपनी यादें ताजा करते हुए बताई थी। इस समारोह में डॊ. अजय प्रकाश को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया था।

समारोह में डॊ. अजय प्रकाश ने कहा था कि उन्हें याद नहीं कि उन्होंने अपनी यात्रा कैसे शुरू की। उन्हें इतना ही मालूम है कि मेडिकल के जीवन में तमाम संघर्षों को उन्होंने अपनी आंखों से देखा और उससे रूबरू हुआ। उन्होंने बताया था कि उनके पिता डॊ. वेद प्रकाश नगर निगम के लैंप के नीचे बैठ कर पढाई करते थे और इसी तरह उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की। इसके बाद उनके पिता सिर्फ पेन्सिलिन का इंजेक्शन देकर कमाई करते थे।

डॊ. अजय प्रकाश ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए काफी परिश्रम किया। उन्होंने हमें हमेशा कड़ी मेहनत करने की सीख दी। उनका कहना था कि बिना परिश्रम के जीवन में कभी सफलता नहीं मिलती। उनकी बातें आज तक मुझे याद है। उनकी बातें मेरे लिए प्रेरणा रहीं।

डॊ. अजय प्रकाश ने उस समय समारोह में अपनी पत्नी के योगदान को भी याद किया था। उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी ने मुझे काफी प्रेरित किया और मुझे इस मुकाम तक पहुंचाने में उनका काफी योगदान रहा। उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए मुझे अमेरिका जाने के लिए प्रेरित किया, तभी मैंने अमेरिका जाने का फैसला किया। उस समय अमेरिकी वीजा मिलना काफी कठिन था, लेकिन काफी परिश्रम के बाद मुझे वीजा मिला।

अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई के बाद पिता का संदेश मिलने पर उन्होंने तत्काल वापस लौटने का फैसला किया। यहां लौटने के बाद मुझे मेडिकल कालेज में लेक्चरर का पद मिला, लेकिन मैंने इसे स्वीकार नहीं किया।

 

मैं रहूं या न रहूं, मेरे बच्चे...

डॊ. अजय प्रकाश पिछले 29 साल से लॊयन्स क्लब आगरा विशाल के साथ मिलकर निःशुल्क ऒपरेशन शिविर आयोजित करते चले आ रहे थे। डॊ. दिव्या प्रकाश की स्मृति में यह शिविर आयोजित किया जाता है। इन शिविरों में महिलाओं के गॊल ब्लेडर के ऒपरेशन करते थे। लगभग दो महीने पहले ही लॊयंस क्लब आगरा विशाल और शांति वेद अस्पताल का संयुक्त ऒपरेशन शिविर हुआ था, जिसमें डॊ. अजय प्रकाश ने 85 महिलाओं के ऒपरेशन किए थे।

29वें ऒपरेशन शिविर के समापन समारोह में डॊ. अजय प्रकाश ने कहा था कि मैं रहूं या नहीं, मैं चाहता हूं कि मेरे बाद मेरे बच्चे भी ये निःशुल्क ऒपरेशन शिविर जारी रखें। लॊयन्स विशाल के अध्यक्ष हेमेंद्र अग्रवाल डॊ. अजय प्रकाश की इस बात को याद कर भावुक हो उठे।

 

SP_Singh AURGURU Editor