आगरा जिले के 2825 कब्जा मुक्त तालाबों का जीर्णोद्धार कराएं

आगरा। विगत 5-6 वर्षों से आगरा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित कब्जा मुक्त तालाबों का जीर्णोद्धार करवाने के लिए प्रयासरत पूर्व कैबिनेट मंत्री राजा अरिदमन सिंह ने इस बार भी ग्रीष्मकाल के दस्तक देते ही पुनः इस मुद्दे को जनहित में उठाया है।

Mar 6, 2025 - 15:20
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आगरा जिले के 2825 कब्जा मुक्त तालाबों का जीर्णोद्धार कराएं

पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने लिखा जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को पत्र

उन्होंने आगरा के जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी को पत्र देकर मांग की है कि जिले के कब्जा मुक्त 2825 तालाबों का जीर्णोद्धार कराएं। पत्र में कहा गया है कि बाह तहसील के 813, फतेहाबाद के 647, सदर के 197, खेरागढ़ के 677 तथा एत्मादपुर के 491 एवं किरावली तहसील समेत जिले में 2825 तालाब अवैध कब्जों से मुक्त हैं। 

पूर्व मंत्री ने कहा कि 15वें वित्त आयोग तथा मनरेगा के तहत स्वीकृत धनराशि से इन तालाबों के जीर्णोद्धार एवं खुदाई का कार्य वर्षा शुरू होने से पहले ही करवाया जाए ताकि वर्षा ऋतु में बरसात का पानी निरंतर संचित होता रहे। 

राजा अरिदमन सिंह ने पत्र में लिखा है कि आरईएस के जूनियर इंजीनियरों के जरिए इन तालाबों की गहरी खुदाई करवाई जाए और ऐसा ढलान बनाया जाए कि आसपास का पानी स्वत: बहकर इन तालाबों में जा सके। उन्होंने कहा है कि पानी की विकराल समस्या से लोग जूझ रहे हैं लेकिन तालाबों के जीर्णोद्धार से पानी की विकराल समस्या दूर होगी और जल संचय भी भरपूर होगा। 

जलवायु के अनुरूप स्थानीय प्रजाति के वृक्ष लगाएं 

पूर्व मंत्री ने तालाबों की खुदाई के साथ ही उनके समीप आम, गूलर, पीपल, जामुन, ढाक, पलाश और महुआ जैसे स्थानीय प्रजाति एवं जलवायु के अनुरूप वृक्ष लगाए जाने की भी आवश्यकता जताते हुए कहा है कि इनसे हरियाली बढ़ेगी। छाया मिलेगी। प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण भी बेहतर होगा। इन पेड़ों पर पक्षी बसेरा कर सकेंगे। पीपल और गूलर के फलों से कीड़े-मकोड़े भी जीवित रहेंगे जो पर्यावरण संतुलन के लिए उपयोगी होंगे। ऐसे वृक्षों को ज्यादा देखरेख की भी आवश्यकता नहीं पड़ती।