हताश युवक को दी जीने की राह, आगरा के डॊ. अनूप खरे को इंटरनेशनल अवार्ड
आगरा। शहर के वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अनूप खरे को नई दिल्ली में आयोजित फर्स्ट इंटरनेशनल नी एंड हिप रिवीजन ऒर्थोप्लास्टी कॉन्फ्रेंस में पढ़े गए पेपर के लिए अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड प्रदान किया गया।
डॊ. अनूप खरे के इस पेपर प्रेजेंटेशन को कॊन्फ्रेंस में मौजूद चिकित्सकों ने करतल ध्वनि से सराहना दी तथा उन्हें अनूठी सर्जरी के लिए सम्मानित किया।
डॉ. अनूप खरे ने बताया कि 25 साल के एक युवा मरीज सचिन के दोनों हिप जॉइंट ख़राब हो चुके थे। कई ऑपरेशन के बाद भी उसको कोई आराम नहीं था। वह न तो बैठ सकता था और न ही ढंग से खड़ा हो सकता था। जीने की आस भी छोड़ बैठा था। उसका आत्मविश्वास डिग चुका था और आत्महत्या की सोचने लगा था।
डॊ. खरे ने बताया कि दिल्ली में अनेकों अस्पतालों ने दोनों हिप रिप्लेसमेंट की सलाह दी और कहा कि ऑपरेशन में उसकी ख़राब हड्डी निकालकर कैडवेरिक बोन (डेड बोन) लगाएंगे। इस बात को सुनकर मरीज सचिन आगरा में उनके (डॊ. अनूप खरे) के पास पहुंचा। सचिन ने कहा कि हम धार्मिक लोग हैं। एक मुर्दे की हड्डी को लगवाकर हम उसके साथ नहीं रह सकते।
डॉ. अनूप खरे और डॉ. तरुण खरे ने सचिन का हिप रिप्लेसमेंट किया। उसमें जॉनसन एंड जॉनसन का स्पेशल हिप इम्प्लांट किया। यह अत्यधिक सफल रहा। मरीज सचिन अब बिल्कुल स्वस्थ्य है। निराश सचिन की अब शादी भी हो चुकी है तथा वह दो बच्चों का पिता भी है।
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