फ्रांस और भारत के बीच कई सौदों समझौते
पेरिस। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल फ्रांस पहुंचे हैं। यहां एनएसए डोभाल ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इसके साथ ही डोभाल ने फ्रांस के अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी भेंट की। इनमें कई अंतरराष्ट्रीय और द्वीपक्षीय हितों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत की। दोनों देशों में राफेल मरीन लड़ाकू विमानों और स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के सौदे पर भी वार्ता हुई और इन सौदों पर दस्तखत भी किए। दोनों नेताओं ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग और लेबनान जैसे इलाकों की स्थिति पर भी चर्चा की।
अजीत डोभाल ने फ्रांसीसी रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नु से मुलाकात की और रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। दोनों देश मेक इन इंडिया के तहत रक्षा उद्योग साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए। उन्होंने असैन्य परमाणु संबंधों पर भी चर्चा की। लेकोर्नु ने एक्स पर लिखा कि हमने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर चर्चा की।
इस दौरान राफेल मरीन, स्कॉर्पीन पनडुब्बी और स्पेस क्षेत्र में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर बात की। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्थिति, खासकर यूक्रेन पर भी बातचीत हुई।डोभाल ने राष्ट्रपति मैक्रों के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने से भी मुलाकात की। उनके बीच पश्चिम एशिया और लेबनान के हालात पर चर्चा हुई। साथ ही, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर भी बातचीत हुई। बाद में, डोभाल ने राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्षितिज 2047 रोडमैप को लागू करने की प्रतिबद्धता से अवगत कराया।
दूतावास की ओर से एक्स पर लिखा गया कि राष्ट्रपति ने शांति स्थापित करने और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के प्रयासों के महत्व पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी की पहल की सराहना की। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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