आगरा से गुजरी पांच तख्त रेलयात्रा, कैंट पर जयकारे, गुरु गोविंद सिंह की निशानियां निहारीं
आगरा। अमृतसर से पांच तख्तों के दर्शन करने के बाद सचखंड श्री हजूर अबचल नगर नांदेड़ की ओर वापस लौट रही रेल में मौजूद श्रद्धालुओं का कैंट स्टेशन पर जोशीला स्वागत किया गया। इस दौरान समूचा स्टेशन परिसर सतश्री अकाल के नारों से गूंजता रहा।
इस रेलयात्रा में 1300 संगत शामिल थीं। साथ में श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज के शस्त्र, उनके घोड़े का वंशज, श्री गुरु ग्रंथ साहिब का स्वरूप भव्य पालकी में विराजमान था। पंच प्यारे भी शामिल थे। आगरा स्टेशन पहुंचने पर जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल.. के जयकारों से स्टेशन परिसर गुंजायमान हो गया। साथ में फूलों की बरखा हो रही थी। यात्रा के साथ तख्त श्री सचखंड हजूर साहिब से सिंह साहिब ज्ञानी गुरमीत सिंह, भाई इंदर पाल सिंह, रविंद्र सिंह, रविंद्र सिंह बुंदई चल रहे थे।
आगरा से सिख यूथ समूह गुरुनानक नामलेवा संगत शामिल थी, जिसमें विशेष रूप से गुरुद्वारा गुरु के ताल से जत्थेदार राजेंद्र सिंह इंदौरिया, सिख यूथ के परमजीत सिंह मक्कड़, अरबिंदर चावला, तरनजीत पुरी, गुरप्रीत अरोरा, रचित डंग, त्रिलोचन अरोरा, परमीत छाबरा,परविंदर सिंह,अमनप्रीत सोबती,सुरजीत सिंह छाबड़ा ,गुरमीत सेठी,मधु नगर गुरुद्वारे से नरेंद्र सिंह लालिया, शहीद नगर गुरुद्वारे से हरपाल सिंह, सदर से बंटी ओबराय, देवेंद्र सिंह, हैप्पी नंदा आदि शामिल थे। सभी का सिंह साहिब से गुरुघर के रूमाल देकर सम्मानित किया। मीडिया समन्वयक बंटी ग्रोवर ने बताया कि संगत गुरु गोविंद सिंह की निशानियों के दर्शन करके अपने को धन्य महसूस कर रही थी।
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