अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलवाकर ही एडीए से हटे किसान
आगरा। रुनकता और अकबरा गांव के किसानों का आंदोलन रंग लाया। चार दिन तक चले धरने के बाद आगरा विकास प्राधिकरण को झुकना ही पड़ा। प्राधिकरण के अधिकारियों ने आस्था सिटी द्वारा जोनल रोड पर किए गए अवैध कब्जे को ध्वस्त करने के साथ ही उसे अतिक्रमण मुक्त करा दिया। अन्य कार्रवाई के लिए 24 दिसंबर की तिथि नियत की गई है। इसके बाद अधिकारियों के कहने पर किसानों का धरना समाप्त कर दिया।
-प्राधिकरण अधिकारियों के हाथ-पांव फूले रहे, कई मुद्दों पर 24 को होगी वार्ता
किसानों की जिद पर तत्काल प्राधिकरण के अधिकारी बुलडोजर लेकर मौके पर पंहुचे। उन्होंने आस्था सिटी द्वारा जोनल रोड पर किए गए अबैध कब्जे व अतिक्रमण को मुक्त कराया। इसके बाद शाम करीब 5.30 वजे जिला प्रशासन की तरफ से एडीएम सिटी अनूप कुमार, एसीएम रामकृष्ण चौधरी, थाना अध्यक्ष लोहामंडी, व विकास प्राधिकरण की सचिव श्रद्धा शांडियाल, चीफ इंजीनियर, अधिशासी अभियंता व अन्य अधिकारिओं ने ज्ञापन लेकर चार दिनों से चल रहे किसानों के धरने को समाप्त कराया।
किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने बताया कि अधिकारियों ने किसानों की अन्य मांग आस्था सिटी के डायरेक्टर के खिलाफ एफआईआर व सहायक अभियंता देव प्रकाश अवस्थी के निलंबन का आश्वासन दिया है।
शेष कार्यवाही के सन्दर्भ में 24 दिसम्बर को शाम 3 वजे जिला प्रशासन के अधिकारी, आगरा विकास प्राधिकरण के अधिकारी व किसानों के मध्य आगरा विकास प्राधिकरण कार्यालय पर बैठक होगी।
धरने में धीरज सिकरवार,सत्यवीर चाहर, चौधरी पुष्पेंद्र सिंह, आशा धाकरे,रचना तोमर, रामबहोरी सिंह,पंकज सिकरवार, जितेंद्र यादव, आकाश यादव, शिवम रावत, नकुल सिकरवार,लव सिकरवार, दीपक यादव, सुरेश, मूलचंद, राजकुमार, पिंकी कुशवाह,जगदीश, अजय, सुखवीर,नितिन, रोहित, करन धाकरे, अशोक चौहान, हेमंत कुमार, रोहन सिंह, विजेंद्र सिंह कुशवाह, धमेन्द्र मिश्रा,सौरव रावत, धर्मपाल, सुरेन्द्र सिंह, अरुण कुमार, मोहित यादव, हर्ष, जसमंत परमार आदि सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
What's Your Reaction?