कोठी हड़पने को फर्जी वसीयत बनाई, कोर्ट ने दिए मुकदमे के आदेश
आगरा। धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र एवं अन्य आरोपों में एसीजेएम-2 बटेश्वर कुमार ने नितिन गुप्ता, प्रदीप कुमार गुप्ता, सतेंद्र सिंह एवं शैलेंद्र कुमार अग्रवाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के आदेश थानाध्यक्ष हरीपर्वत को दिये हैं।
-निर्मल कौर अकेली रहती थीं, मौत के तीन महीने के बाद कंकाल मिला था नॊर्थ विजय नगर कॊलोनी की कोठी से
-मृतका के भतीजों ने वारिसान प्रमाण पत्र के लिए कागजात दिए थे, फर्जी वसीयत तैयार करा ली गई
मामले के अनुसार मुकदमे के वादी विशन सिंह पुत्र रनवीर सिंह निवासी राम मोहल्ला, गोकुलपुरी दिल्ली, हाल निवासी नॊर्थ विजय नगर कॉलोनी, थाना हरीपर्वत ने अपने अधिवक्ता नरेंद्र पाल सिंह एवं संजय गुप्ता के माध्यम से नितिन गुप्ता पुत्र अशोक कुमार गुप्ता निवासी नई विजय नगर कॉलोनी, प्रदीप कुमार गुप्ता पुत्र लक्ष्मी नरायन गुप्ता निवासी मानसरोवर ग्रीन, दयालबाग, सतेंद्र सिंह पुत्र बहादुर सिंह निवासी नगला तलफी, दयालबाग, एवं शैलेश कुमार अग्रवाल पुत्र मोतीलाल निवासी मानसरोवर अपार्टमेंट, दयालबाग कें विरुद्ध अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया।
प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि उनकी अविवाहित बुआ निर्मल कौर पुत्री स्व, गोपाल सिंह निवासिनी 67, उत्तर विजय नगर कॉलोनी, थाना हरीपर्वत उक्त मकान में अकेली रहती थीं। वह एकाकी जीवन व्यतीत करती थीं। उनके आसपास किसी से ज्यादा सम्बंध नहीँ थे। वादी एवं उसके परिजन उनसे मिलने आगरा आते रहते थे।
16 फरवरी 2023 को वादी के पिता रनवीर सिंह अपनी बहन निर्मल कौर से मिलनें आगरा आये। देर तक आवाज लगाने के बाद भी गेट नहीँ खुलने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गेट तोड़कर उसकी बुआ का घर के अंदर से सड़ा-गला कंकाल बरामद किया। कंकाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में तीन माह पूर्व मृत्यु का अनुमान लगाया गया।
वादी के अनुसार उसने अपनी बुआ निर्मल कौर का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र बनवाने हेतु नितिन गुप्ता, प्रोपराइटर श्री बांके बिहारी प्रॉपर्टीज लिंकर्स से संपर्क किया। उन्हें पोस्मार्टम रिपोर्ट, मृत्यु प्रमाण पत्र, पंचायतनामा, सभी भाइयों के पहचान पत्र एवं उनके फोटो दिये। नितिन गुप्ता ने प्रदीप कुमार गुप्ता से मुलाकात कराई, जिन्होंने अदालत के माध्यम से शीघ्र उत्तराधिकार प्रमाण पत्र बनवाने की बात कही।
वादी के अनुसार विगत 2 अक्टूबर 2023 को उन्होंने बुआ के मकान के बाहर कोठी विवादित एवं बिकाऊ न होने का बैनर लगा देखा। इस पर उन्हें नितिन गुप्ता पर शक हुआ। पांच अक्टूबर 2023 को नितिन गुप्ता एवं प्रदीप गुप्ता ने वादी के निवास पर आकर बताया कि मृतका निर्मल कौर द्वारा मकान की वसीयत उनके नाम कर दी गई थी, जिसमें सतेंद्र सिंह एवं शैलेश कुमार अग्रवाल को गवाह दर्शाया गया था।
प्रार्थना पत्र में कहा गया कि इन लोगों ने 15 दिन में मकान खाली नहीं करने पर जान से मारने। की धमकी दी। वादी ने वसीयत की जांच फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट से कराई तो वह फर्जी पाई गई।
एसीजेएम-2 बटेश्वर कुमार ने वादी के अधिवक्ताओं के तर्क पर इस मामले में मुकदमा दर्ज कर विवेचना के आदेश थानाध्यक्ष हरीपर्वत को दिये हैं।
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