अखिलेश यादव का बड़ा आरोप, फर्जी मुठभेड़ में जाति देख कर ली गई मंगेश यादव की जान
लखनऊ। सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार में एक ज्वेलरी दुकान में डकैती की घटना पर राजनीति गर्मा गई है। इस दुकान से 1.35 करोड़ मूल्य के जेवरात लूट लिए गए थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक सप्ताह के अंदर ही तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन एक अन्य आरोपी मंगेश यादव को मुठभेड़ में मार गिराया गया। उस पर एक लाख का इनाम घोषित था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर आरोप लगाया कि मंगेश यादव की जाति देख कर उसकी जान ली गई, जबकि सत्ता पक्ष के करीबियों को दिखावटी गोली मारी गई। उन्होंने कहा कि यह मुठभेड़ ही फर्जी थी।
अखिलेश यादव ने आज एक्स पर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इसमें उन्होंने लिखा की इस डकैती कांड में शामिल लोगों का सत्ता पक्ष से खासा सम्पर्क था। इसीलिए उन बदमाशों को दिखावटी तौर पर पैरों पर गोली मारी गई, जबकि मुख्य आरोपी मंगेश यादव की जाति देख कर उसकी जान ले ली गई। सपा प्रमुख ने एक्स पर लिखा है कि जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा भी देना चाहिए। उन्होंने लिखा है कि ऐसी घटनाओं से जो मानसिक आघार लगता है, उससे उबरना आसान नहीं होता। इसके साथ ही आर्थिक क्षति की भरपाई भी की जानी चाहिए।
फर्जी मुठभेड़ से किसी तरह का समाधान नहीं निकलता है। जरूरत है कि कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो। भाजपा का राज अपराधियों के लिए अमृतकाल है। जब तक जनता का आक्रोश चरम पर नहीं पहुंचता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी होती रहेगी। जब महसूस होता है कि अब जनता घेरेगी तो फर्जी मुठभेड़ का मरहम लगा दिया जाता है। जनता सब जानती है कि कैसे किसी को बचाया जाता है और कैसे फंसाया जाता है।
गौरतलब है कि सुल्तानपुर में भारत सोनी की दुकान मेजरगंज में है। यह 28 अगस्त की भरी दोपहरी में पांच बदमाश आए थे और हथियारों के दम पर दुकान से एक करोड़ से अधिक के माल उठा कर ले गए थे। इसकी जांच में एसटीएफ को भी लगाया गया था।
What's Your Reaction?