Video News : आस्था उफान पर, 'गणपति बप्पा मोरया...' के जयघोषों की गूंज में गजानन घरों और पंडालों में विराज रहे हैं

गणेश चतुर्थी पर आज आगरा में जगह जगह घरों और पंडालों में ऋद्धि-सिद्धि के दाता गणपति बप्पा का आगमन हो रहा है। 'गणपति बप्पा मोरया...' के जयघोषों के बीच विघ्नहर्ता विराज रहे हैं। वहीं आज बप्पा का स्वागत करने के लिए रात भर तैयारियां चलीं। शहर भर में कमेटियों ने पंडालों की साज सज्जा को रात में जागकर अंतिम रूप दिया। वहीं घरों में गणपति जी को स्थापित करने के लिए लोग छोटी मूर्तियां खरीद रहे थे।

Sep 7, 2024 - 13:08
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दस दिन तक गणेशोत्सव शहर में धूमधाम और उत्साह से मनाया जाएगा। इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी की ली गई है और दोपहर बाद अधिकतर पंडालों में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ मूर्ति स्थापना होगी।

घरों और सार्वजनिक गणेशोत्सव के पंडालों में बप्पा के स्वागत की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंगलवार को गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाएगी, इसलिए मुहूर्त और तिथि के आधार पर ढोल-ताशे के बीच उल्लास के साथ भक्त अपने घर भगवान की मूर्तियां लेकर जा रहे हैं, जिससे शुभ मुहूर्त में भगवान की स्थापना की जा सके।

भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी दिन शनिवार चित्रा नक्षत्र ब्रह्म योग विष्टि करण के शुभ संयोग में श्री गणेश जन्मोत्सव श्री गणेश चतुर्थी 07 सितंबर दिन शनिवार को मान्य होगी। इस दिन माता पार्वती नंदन श्री गणेश जी का जन्म हुआ था अतः इसी दिन सभी सनातनी हिंदू धर्मावलंबी लोग अपने ईष्ट देव संकटहर्ता विघ्नहर्ता श्री गणेश जी का जन्मोत्सव मानते चले आ रहे हैं यह शुभ संयोग इस बार 07 सितंबर दिन शनिवार को है।

गणेशजी की स्थापना के मंगल मुहूर्त
विघ्नों के हरने वाले देवता प्रथम पूज्य पार्वतीपुत्र, शिवपुत्र, गजानन श्री गणेश की आराधना जो भक्त करता है, उसको आने वाले विघ्नों से हमेशा हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से भाद्रपद चतुर्दशी तक (दस दिन)अर्थात गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक गणेशजी की विशेष पूजा-आराधना की जाती है। गणेश चतुर्थी को भगवान गणेशजी की स्थापना की जाती है, जो विशेष मुहूर्त में करना चाहिए। इस वर्ष चतुर्थी 07 सितंबर 2024 शनिवार को आ रही है।


आखिर किस मुहूर्त में गणेशजी की स्थापना करें
विश्व प्रसिद्ध चौघड़िया मुहूर्त अनुसार।
उद्देग का चौघड़िया मुहूर्त दोपहर 12:05 से दोपहर 1:35 तक
चर का चौघड़िया-दोपहर 1:35 से दोपहर 2:05 तक
लाभ का चौघड़िया-दोपहर02:05 से दोपहर 3:35तक
अमृत का चौघड़िया-दोपहर 03.35से सांयकाल 05:05 तक
विशेष शास्त्रानुसार गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय वृश्चिक लग्न सहित मध्यान कल में अतिशुभ माना गया है वृश्चिक लग्न दिवाकाल 11:39 से दोपहर 1:55तक रहेगी जिसमें श्री गणेशजी की स्थापना करना अत्यंत शुभ माना जाता है
विशेष- अभिजीत योग दोपहर 11.45 से 12.55 तक
अतिनेष्ट राहुकाल प्रातः 09:00 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा जिसमें श्री गणेश जी की स्थापना करना शुभ नहीं माना जाएगा

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SP_Singh AURGURU Editor