बरेली के इस रेलवे स्टेशन पर कबाड़ से बनी कलाकृतियों को देखकर आप भी कहेंगे वाह, सेल्फी लिए बिना नहीं रह पाते विजिटर्स

आरके सिंह बरेली। रेलवे स्टेशनों को साफ—सफाई या सुंदरता की वजह से हम हमेशा कोसते रहते हैं लेकिन बरेली के इज्जतनगर रेलवे स्टेशन ने मिसाल कायम कर दी है। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि कोई रेलवे स्टेशन परिसर इतन खूबसूरत दिख सकता है। वह भी रेलवे की अनुपयोगी सामग्री के इस्तेमाल से। दरअसल, यहां रेलवे स्टेशनों की श्रेणी में पहला ईको पार्क विकसित किया गया है।

Sep 27, 2024 - 19:15
Sep 27, 2024 - 19:36
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बरेली के इस रेलवे स्टेशन पर कबाड़ से बनी कलाकृतियों को देखकर आप भी कहेंगे वाह, सेल्फी लिए बिना नहीं रह पाते विजिटर्स

पूर्वोत्तर रेलवे में इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर इको पार्क विकसित किया गया है। इस इको पार्क में वन्य जीवन स्पर्श देने के दृष्टि से याँत्रिक कारखाना, पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जतनगर के बेसिक ट्रेनिंग सेंटर में प्रधानमंत्री रेल कौशल विकास प्रशिक्षुओं एवं आईटीआई एक्ट अप्रेंटिस द्वारा एक 35 फीट ऊँचा एवं 62 फीट लम्बा टाईटेनोसोरस का निर्माण रेलवे की निराकृत सामग्री से किया गया है। 

जिसमें रेलवे के पुराने भवनों से निकला पुराना सरिया, कोच से निकले पुरानी सीट, पाईप्स, बाॅडी का बना कर सुसज्जित किया गया है। पैर के नाखूनों को रेल कोच के गाइड बुश से बनाये गये हैं। फिनिशिंग का कार्य पुरानी सरिया, मैटल पुट्टी, वाइट सीमेंट, पेंट आदि से किया गया है। इस कलाकृति को तैयार करने में 3 महीने से अधिक का समय लगा। 

पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जतनगर मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस प्रकार के इको पार्क में लगे मोर का निर्माण भी बहुत ही मनोहारी एवं यात्रियों को अपनी ओर सहज आकर्षित करता है। इसे बनाने के लिए रेल की निराकृत सामग्री जैसे खराब वायर रोप, पाईप, कोच से निकले पंखों के ब्लेड, पुरानी भवनों से निकली हुई सरिया, पुरानी वाशर आदि की सहायता से 8 फीट ऊँचा मोर बनाया गया है। इसके निर्माण कार्य में लगभग 2 माह का समय लगा है।

पार्क को सजीव बनाने के लिए ट्राईसेराटाॅप बनाने के लिए भी रेल की निराकृत सामग्री जैसे खराब वायर रोप, पाईप, कोच के पंखों के ब्लेड, पुराने भवनों से निकली हुई सरिया, पुराना वाशबेसिन, पुरानी गाइड बुश आदि पुर्जों की सहायता से 10 फीट ऊँचा 24 फीट लम्बा उक्त कलाकृति को बनाया गया है। 

इस कलाकृति को बनाने में 20 प्रशिक्षुओं ने लगभग 50 दिनों का समय लिया। इसको बनाने में लगभग 300 किलोग्राम खराब वायर रोप, 150 किलोग्राम मेटल पाईप, 200 किलोग्राम लोहे के सरिया, 80 किलोग्राम पंखे के ब्लेड, 100 किलोग्राम सीमेंट, 100 किलोग्राम पुट्टी, 100 किलोग्राम सैंड, 150 किलोग्राम अन्य लोहे के सामान एवं 15 लीटर पेंट आदि की खपत हुई। यह कार्य अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत किया गया है।  

टाईटेनोसोरस, मोर एवं ट्राईसेराटाॅप कलाकृतियों से सुसज्जित इज्जतनगर रेलवे स्टेशन परिसर का ईको पार्क रेल यात्रियों एवं आगुंतकों के बीच आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर स्थित सेल्फी प्वाइंट पर बहुत जल्द एक जलपरी एवं पीलीभीत रेलवे स्टेशन पर बाघ की कलाकृति को स्थापित किया जाएगा।

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