वीणा की तानों से गूंज उठा डीपीएस का सभागार
आगरा। संस्था स्पिक मैके के विरासत 2024 के अंतर्गत शास्त्रीपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में पंडित सलिल भट्ट ने जब वीणा की मनमोहक तानें छेड़ीं, तो लगा जैसे सभागार में वीणा वादिनी मां सरस्वती का आगमन हो गया । उनके सहयोगी कलाकार एवं बनारस घराने के प्रसिद्ध तबला वादक पंडित अभिषेक मिश्रा जी की संगत ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
ग्लोबल इंडियन की उपाधि से विभूषित सलिल भट्ट अपने एकल वादन, अंतरराष्ट्रीय जुगलबंदी एवं सात्विक वीणा की रचना करने के लिए जाने जाते हैं। वह कनाडा ग्रैमी अवार्ड का नॉमिनेशन प्राप्त करने वाले विदेश के प्रथम संगीतज्ञ हैं, जिन्होंने जर्मनी के पार्लियामेंट में वर्ष 2005 में सात्विक वीणा वादन कर देश का गौरव बढ़ाया। वर्ष 2010 में विश्व के सर्वोच्च संगीत सम्मान ग्रैमी अवार्ड के लिए भी उन्हें प्री- नॉमिनेशन प्राप्त हुआ।
सलिल भट्ट के गुरु व पिता देश के जीवित किंवदंती कहे जाने वाले ग्रैमी अवार्ड विजेता पद्म भूषण पंडित विश्व मोहन भट्ट हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा पंडित सलिल भट्ट का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ वैदिक मंत्र उच्चारण के मध्य पंडित सलिल भट्ट एवं प्रधानाचार्य रविंद्र पांडे द्वारा संगीत की देवी मां वीणा पाणि के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम के अंत में जिज्ञासु विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर देते हुए उन्होंने बताया कि संगीत सीखने की कोई उम्र नहीं है और शिष्य को सदैव गुरु के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। तत्पश्चात प्रधानाचार्य द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
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