डॊ. असोपा हॊस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ने 35वें साल में किया प्रवेश
आगरा। प्रख्यात सर्जन प्रोफेसर (डॊ.) हरि शंकर असोपा और उनकी पत्नी विमला असोपा द्वारा स्थापित किया गया असोपा हॊस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर आज 34 वर्ष की यात्रा पूरी कर 35वें वर्ष में प्रवेश कर गया। इस मौके पर अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हीं सिद्धांतों पर आगे बढ़ने का संकल्प लिया जो इस अस्पताल को खड़ा करते समय डॊ. असोपा ने स्थापित किए थे।

असोपा हॉस्पिटल की 34 वर्ष की यात्रा पूरी होने के मौके पर हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. ज्योति असोपा ने कहा कि यह कोई कॉरपोरेट हॉस्पिटल नहीं है। यह विशुद्ध रूप से सेवा करने वाला अस्पताल है जो आज भी डॉ. हरिशंकर असोपा के बनाए हुए सिद्धांतों पर चल रहा है।
डॊ. ज्योति असोपा ने बताया कि 1971 में डॊ. एचएस असोपा का शोध इंटरनेशनल सर्जरी जर्नल में प्रकाशित हुआ था। यह प्रक्रिया जिसे असोपा प्रक्रिया के नाम से जाना जाता है, पूरे विश्व में यूरोलॉजिस्ट, बाल रोग विशेषज्ञ, प्लास्टिक एवं सामान्य सर्जन द्वारा अपनाई जाती है।
अस्पताल की डायरेक्टर डॉ. पुनीता आसोपा ने बताया कि वर्तमान में हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की एक प्रशिक्षित टीम डॉ. ज्योति असोपा के संचालन में काम करती है जो खुद न्यूयॉर्क मेडिकल कॉलेज, न्यूयॉर्क अमेरिका से एमडी हैं।
अस्पताल के 35वें साल में प्रवेश करने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. ज्योति असोपा (डायरेक्टर), डॉ. पुनीता असोपा (डायरेक्टर) के अलावा डॉ. एके खन्ना (फिजिशियन), डॉ. जीजी सिंघल (सर्जन), डॉ. रमन मरचंद (सर्जन) डॉ. शालिनी मुंजाल (गाइनेकोलॉजिस्ट), डॉ. एलके गर्ग (बाल रोग विशेषज्ञ), पी के श्रीवास्तव (मैनेजर) आदि उपस्थित थे।