कचौरा घाट को 11 हजार दीयों से जगमग कर उठाई गई बाह को जिला बनाने की मांग
बाह। बाह क्षेत्र अनेक गांवों ने दीपावली का त्यौहार एक नवंबर को मनाया गया। चारों तरफ रोशनी और खुशियां दिखाई दीं। मंदिर, घर और यमुना के घाट जगमगाते दिखे। कचौरा गांव में तो यमुना किनारे बने घाटों पर एक अनोखी रौनक देखने को मिली। 11 हजार दीपकों का दान किया गया। दीपकों की रोशनी से जहां यमुना के घाट जगमगा उठे वहीं यमुना जल ने झिलमिलाते दीयों का प्रतिबिंब अनोखी छत बिखेर रहा था।
-टीम भारतीय, उमंग सेवा और हेल्पिंग हैंड्स के कार्यकर्ताओं ने इस मांग के लिए दीपदान को बनाया जरिया
दीपदान कार्यक्रम का आयोजन टीम भारतीय, उमंग सेवा समिति, हेल्पिंग हैंड्स टीम के कार्यकर्ताओं और तीनों ब्लॉकों के ग्रामीणों के सहयोग से किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बाह को जिला बनाने की मांग को लेकर लोगों को जागरूक करना था।
इस अवसर पर टीम भारतीय के संस्थापक घनश्याम भारतीय ने इस मांग को प्रमुखता से उठाया और ग्रामीणों को इसके महत्व से अवगत कराया। कचौरा गांव की लड़कियों ने घाटों पर दीपों की माला सजाने के साथ-साथ रंगोली भी बनाई, जिससे आयोजन स्थल पर धार्मिक और सांस्कृतिक छवि उभर कर आई। नजारा देखने के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ भी उमड़ पड़ी।
सभी लोगों ने एकस्वर में बाह को जिला बनाने की मांग की। दीपोत्सव को एक नए अर्थ में प्रस्तुत कर यह मांग उठाई गई। इस दौरान विष्णु पाठक, सत्य प्रकाश, राहुल वशिष्ठ, कपिल यादव, विपिन, ध्रुव तोमर, प्रभात मिश्रा, प्रधान वीरेंद्र, आशुतोष, कृष्ण प्रकाश पाठक, विनय पुरोहित, राजीव, मधुर सक्सेना, शिवप्रकाश, राज, शिव कुमार पाठक, गोलू, सम्मी शर्मा, विनीत सिरोठिया आदि मौजूद रहे।
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