दिल्ली के डॉक्टरों ने भी माना, पुष्पांजलि में गलत इलाज से मधु की हालत बिगड़ी
आगरा। सोडियम की ओवरडोज से कोमा की हालत में पहुंची सिरसागंज की मधु जैन के मामले में पुष्पांजलि अस्पताल भले ही अपने ऊपर लगे आरोपों को नकार रहा हो पर दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी माना है कि गलत इलाज से मधु जैन की यह हालत हुई है।
- पति राजेश जैन की शिकायत पर सीएमओ द्वारा गठित छह डाक्टरों का पैनल भी अस्पताल को ठहरा चुका है दोषी
पति ने कहा- मैं चिल्लाता रहा पर किसी ने डॉक्टर नहीं बुलाया, इंजेक्शन तक नहीं लगा पा रहा था पुष्पांजलि का स्टाफ
मधु जैन के पति राजेश जैन ने औरगुरु डॉट कॉम को यह जानकारी दी। ज्ञातव्य है कि राजेश जैन की शिकायत पर सीएमओ द्वारा बनाई गई छह डॉक्टरों की जांच कमेटी ने ही यह निष्कर्ष निकाला था कि सोडियम की ओवरडोज से मधु जैन कोमा में गई हैं।
राजेश जैन ने औरगुरु से कहा कि जब पत्नी की हालत बिगड़ रही थी तब मैं चिल्लाता रहा कि कोई तो डॉक्टर को बुला दो। आप लोग तो एक इंजेक्शन तक नहीं लगा पा रहे हो। मैंने तो अपनी पत्नी को अच्छी स्थिति में पुष्पांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, पर चार दिन में उसे कोमा की हालत में पहुंचा दिया गया।
उन्होंने कहा कि पुष्पांजलि हास्पिटल ने मेरे से लाखों रुपये लूट लिए। अब पत्नी का इलाज दिल्ली के सर गंगा राम हॉस्पिटल में चल रहा है। अभी तक उनकी पत्नी पूर्ण रूप से होश में नहीं आईं है।
बकौल राजेश जैन, उन्होंने अपनी पत्नी मधु को कमजोरी की शिकायत पर पुष्पांजलि हॉस्पिटल में 9 मई 2024 को डॉ. विश्वदीपक को दिखाया था। डॉक्टर ने मरीज़ को सोडियम चढ़ाने और दो दिन बाद छुट्टी देने को बोला था। पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती रहने के तीन दिन में ही उनकी पत्नी इलाज के दौरान कोमा में चली गईं। वह चिकित्सक को बुलाने को कहते रहे पर हॉस्पिटल में उनकी किसी ने नहीं सुनी।
उन्होंने बताया कि 13 मई को वह अपनी पत्नी को डिस्चार्ज करा कर दिल्ली के सर गंगा राम हॉस्पिटल ले गए। राजेश जैन बताते हैं कि मधु की हालत में पहले से सुधार है पर वह अभी तक पूरी तरह से कोमा से बाहर नहीं आ पाई हैं।
ग़लत हुआ इलाज
राजेश जैन ने बताया कि सर गंगा राम हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने अपने पर्चे पर स्पष्ट लिखा है कि मधु की यह हालत ग़लत इलाज के कारण हुई है।
जांच कमेटी ने भी हॉस्पिटल को माना दोषी
राजेश जैन की ओर से सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने छह डॉक्टर्स की जांच कमेटी बनाई थी। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में पाया कि मधु जैन को हाइपरटोनिक सैलाइन और हायर एंटीबायोटिक दिए गए, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई थी। हॉस्पिटल के डॉक्टर विश्वदीपक 16 घंटे तक मधु जैन को देखने के लिए नहीं आए।
इससे साफ़ है कि हॉस्पिटल ने लापरवाही बरती है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि हॉस्पिटल ने मधु जैन की देखभाल के लिए किसी दूसरे डॉक्टर को भी नहीं लगाया। इस लापरवाही के कारण मधु जैन की हालत और बिगड़ गई।
हॉस्पिटल ने जांच रिपोर्ट को नकारा
पुष्पांजलि हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. आरके शर्मा सीएमओ की कमेटी की जाँच रिपोर्ट को चैलेंज करने की बात कहते कह रहे हैं कि मधु जैन के इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।
What's Your Reaction?