साइबर शातिरों के पास पीएनजी उपभोक्ताओं की लिस्ट, कनेक्शन कट जाएगा कहकर 05 रुपये मांगे फिर उड़ा दिए 51 हजार
आगरा। साइबर ठगों से कहां तक पार पाई जाए। लोगों के बैंक अकाउंट साफ करने के लिए नित नये तरीके खोज रहे हैं। अभी तक पुलिस और सीबीआई वाले बनकर लोगों को ठग रहे थे। अब घरेलू गैस के उन उपभोक्ताओं को काल कर ठगा जा रहा है जो गेल के बकाएदार हैं। विहिप के बृज प्रांत उपाध्यक्ष आशीष आर्य को 51 हजार रुपये की चपत इन ठगों ने लगा दी। जानकारी यह भी मिल रही है कि घरेलू गैस के बहुत से उपभोक्ता इन ठगों के शिकार बन चुके हैं।
आशीष आर्य जो कि विहिप के साथ ही माथुर वैश्य महासभा के केंद्रीय संयुक्त मंत्री भी हैं, ने बताया कि वे आनंद वृंदावन, संजय प्लेस में रहते हैं। घरेलू गैस का गेल का कनेक्शन उन्होंने ले रखा है। तीन-चार माह से वे गेल के बिल का भुगतान नहीं कर पाए थे। पिछले दिनों उनके पास एक नंबर, जिसकी व्हाट्सएप डीपी पर गेल का लोगो लगा हुआ था, वीडियो काल आई और कहा कि आपका बिल भुगतान नहीं हो रहा है।
आशीष आर्य ने स्वीकार किया कि वे बिल इसलिए जमा नहीं करा पाए हैं क्योंकि गेल की एप पर अपडेट नहीं हैं। इस पर काल करने वाले ने कहा कि मैं आपको एक लिंक भेज रहा हूं। आप उस पर पांच रुपये भेज दीजिए। बाद में इसी पर अपने बिल का भुगतान कर दीजिए।
आशीष बताते हैं कि सुबह का वक्त था और वे दिनचर्या में व्यस्त थे। उन्होंने ज्यादा ध्यान न देकर भेजे गए लिंक पर अपने क्रेडिट कार्ड से पांच रुपये भेज दिए। यह करने के बाद आशीष को लगा कि कहीं उनका फोन क्रेडिट कार्ड हैक न हो जाए, इसलिए वीडियो काल को काट दिया और नहाने चले गए।
आशीष आर्य बाथरूम में थे और साइबर ठग उनके क्रेडिट कार्ड से पैसे खींचने में लगे हुए थे। उन्होंने पहले 31 हजार रुपये निकाले और फिर 20 हजार।
ठग तीसरी बार अकाउंट से पैसे निकालते, तब तक आशीष नहाकर आ चुके थे। इसी वक्त स्टेट बैंक की ओर से उनके पास फोन आया और कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से अभी अभी दो पेमेंट हुए हैं, वे क्या आपने ही किए हैं। आशीष के मना करने पर बैंक ने और किसी पेमेंट पर स्टाप लगा दिया।
घबराए आशीष आर्य ने अपनी बेटी को फोन पर वाकया बताया तो बेटी ने उनके फोन को तत्काल रीसेट कर दिया क्योंकि खतरा बना हुआ था। आशीष आर्य ने बाद में उस नंबर पर काल किया, जिससे गेल की डीपी लगाकर वीडियो काल की गई थी। यह नंबर था 9411081983।
यह घटिया आजम खां के किसी व्यक्ति का निकला। जब इस व्यक्ति से बात की गई तो उसने कहा कि उसके मोबाइल में तो व्हाट्सएप ही नहीं चलता। फिर वह कैसे काल कर सकता है। आशीष की सलाह पर यह व्यक्ति न्यू आगरा थाने में पहुंचा और साइबर सेल में इस बात की शिकायत की कि उसका फोन हैक कर किसी ने गेल उपभोक्ता आशीष आर्य से फ्राड किया है।
आशीष ने भी साइबर सेल में शिकायत लिखाई है। बतौर, आशीष साइबर सेल के पास पहले से ही गेल के बिल के नाम पर ठगी के कई मामले आए हुए हैं। इससे लगता है कि साइबर ठगों को गेल के बकाएदार उपभोक्ताओं की लिस्ट मिल गई है और वे लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
What's Your Reaction?