आगरा के अरदाया में दबिश के दौरान बवाल, पुलिस टीम से मारपीट
आगरा। अछनेरा थाना क्षेत्र के अरदाया गांव में घर के मुखिया की तहरीर के बाद उसके अपने ही गंभीर मुसीबत में फंस गए हैं। सभी के खिलाफ पुलिस से मारपीट का मुकदमा दर्ज हो गया है। घर के मुखिया की तहरीर की जांच करने पहुंचे अछनेरा थाने के तीन प्रशिक्षु दरोगाओं के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट कर दी गई। इधर वादी के बेटों ने पुलिस पर घर में कूदकर महिलाओं समेत घर के सभी लोगों से मारपीट और लूटपाट का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने इस पक्ष की तहरीर पर रिपोर्ट नहीं लिखी है।

-पुलिस का आरोप-मारपीट की गई, वर्दी फाड़ डाली, मुकदमा दर्ज हुआ
-दूसरे पक्ष ने कहा- पुलिस ने घर में कूदकर हर किसी को पीटा, गहने ले गए
-इस मामले में एक पक्ष घर का मुखिया है तो दूसरी ओर पूरा परिवार
इस मामले में एक मुकदमा थाना अछनेरा के प्रशिक्षु उप निरीक्षक गौरव कुमार ने दर्ज कराया है। दरोगा गौरव कुमार प्रशिक्षु प्रखर कुमार और पवन कुमार के साथ अरदाया गांव में राजवीर सिंह द्वारा थाने में अपने ही परिवार के खिलाफ दी गई तहरीर की जांच करने पहुंचे थे। तीन दरोगा गांव के निवासी हाकिम पुत्र राजवीर सिंह के घर पहुंचे और कुंडी खटखटाई। घर के अंदर से हाकिम, वकील, कारे उर्फ योगेंद्र, गोरे उर्फ ओमवीर सभी पुत्रगण राजवीर सिंह बाहर आए।
दर्ज रिपोर्ट के अनुसार घर से बाहर निकलते ही इन सभी लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ गालीगलौज करते हुए अभद्रता और हाथापाई शुरू कर दी। विरोध करने पर सभी लोग धक्का-मुक्की करने लगे। वकील की पत्नी और राजवीर की पत्नी द्वारा भी तीनों दरोगाओं के खिलाफ छीना-झपटी और मारपीट की गई।
इसी दौरान आसपास के तीन-चार अज्ञात लोग और आ गए। इन लोगों ने सभी हमलावरों को मौके से भगा दिया। मारपीट और खींचतान में दरोगा गौरव कुमार की वर्दी भी फट गई। पुलिस वालों का यह मुकदमा सरकारी कार्य में बाधा डालने और मारपीट में दर्ज हुआ है।
दूसरे पक्ष के आरोप, गर्भवती महिलाएं पीटीं, गहने ले गए
अरदाया के इस मामले में राजवीर सिंह के पुत्र वकील ने पुलिस कमिश्नर को एक प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया है कि वह आईटीबीपी में कार्यरत है। स्किन प्रॊब्लम का इलाज कराने अपने गांव आया हुआ है। वकील के अनुसार वह चार भाई हैं। तीन शादीशुदा हैं। उसके पिता राजवीर सिंह पिछले कई वर्षों से बेवजह मां के साथ मारपीट करते आ रहे हैं, जिसका हम चारों भाई विरोध करते हैं। इसी बात से नाराज होकर उसके पिता ने थाना अछनेरा में हम सभी परिवारीजनों के खिलाफ तहरीर दे दी।
वकील के अनुसार विगत दिवस अछनेरा थाने से दरोगा गौरव कुमार, प्रखर सिंह, हेड कांस्टेबल मुकेश यादव एवं अन्य पुलिसकर्मी उनके पिता की तहरीर की जांच के नाम पर गांव पहुंचे और सीढ़ियों से चढ़कर घर के अंदर कूद गये। घर में सो रहे भाई हाकिम के साथ मारपीट शुरू कर दी। उसकी चीख पुकार पर तीनों भाइयों की पत्नियां आईं तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। उनकी साड़ियां खींच दीं और छेड़छाड़ की।
घर में अवैध हथियार होने का आरोप लगाते हुए अलमारी और संदूकों के ताले तोड़ दिए तथा सोने की चेन, तीन अंगूठियां और पेंडल, चांदी की करधनी व तीस हजार रुपये निकाल ले गए। वकील का कहना है कि पुलिसकर्मियों की मारपीट से उसकी पत्नी और भाई योगेंद्र की पत्नी को चोटें आईं। दोनों की पत्नियां गर्भवती हैं।
पुलिस आयुक्त को दी शिकायत में वकील ने कहा है कि वह घटना के समय अपने चाचा नेम सिंह के साथ आगरा आया हुआ था। सूचना मिलने पर गांव पहुंचा। उसके चाचा व अन्य लोग मुकदमा दर्ज कराने अछनेरा थाने पहुंचे तो इंसपेक्टर ने वहां से भगा दिया।