लाइफ स्टाइल में बदलाव तथा फास्ट फूड का चलन पड़ रहा युवाओं के दिल पर भारी
युवाओं को एक्सरसाइज के दौरान होने वाले हार्ट अटैक को लेकर समाज में चिंता का आलम है। दो दिन पहले अलीगढ़ में एक आठ वर्षीय बच्ची तथा एक 12 साल की बच्ची को हुए हार्ट अटैक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
आगरा। युवाओं को एक्सरसाइज के दौरान होने वाले हार्ट अटैक को लेकर समाज में चिंता का आलम है। दो दिन पहले अलीगढ़ में एक आठ वर्षीय बच्ची तथा एक 12 साल की बच्ची को हुए हार्ट अटैक ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
इस बारे में हमने चिकित्सकों से बात की। शहर के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डा. सीआर रावत ने बताया कि आजकल कई मरीजों को यंग एज में ही कोरोनरी आर्टरी में ब्लाकेज देखने को मिल रहा है। ऐसा पहले नहीं होता था। इसका कारण लाइफ स्टाइल में बदलाव तथा फास्ट फूड का बढ़ता चलन है।
डा. रावत का कहना है कि कोविड ने लोगों के फेंफड़ों पर असर डाला है। बहुत से लोगों को लंग्स में फाइब्रोसिस हुई। इसका असर भी दिल पर पड़ा है।
क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डा. विजय सिंघल का कहना है कि कोविड की वैक्सीन को लेकर भी यह भ्रांति फैली थी कि युवाओं में इससे हार्ट अटैक के मामले बढ़े। किंतु अब यह स्पष्ट हो गया है कि वैक्सीन ने कोई ऐसा दुष्प्रभाव नहीं डाला है। जिन लोगों को कोविड हुआ उनके सभी अंगों पर कोविड का दुष्प्रभाव पड़ा है।
इसलिए युवाओं को चाहिए कि अपनी क्षमता से अधिक मेहनत का काम, एक्सरसाइज आदि न करें। पहले शरीर को हल्की हल्की एक्सरसाइज कर तैयार करें। अचानक दौड़ लगा देना, नाचने लगना आदि अचानक हृदय पर दबाव डालते हैं। इस तरह का कोई काम अचानक न करें। अपना खान पान और दिनचर्या को नियमित करें।
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