शिविर में चयनित मरीजों के मोतियाबिद के ऒपरेशन शुरू
आगरा। जैन दादाबाड़ी में दो दिन पहले आयोजित किए गए नेत्र चिकित्सा शिविर में परीक्षण के बाद चयनित किए गए मरीजों के मोतियाबिंद के ऒपरेशन शुरू हो चुके हैं। आगामी 16 दिसंबर को ऒपरेशन वाले मरीजों को चश्मे दिए जाएंगे। इस शिविर में डॊक्टरों ने 1200 मरीजों की आंखों की जांच कर उन्हें दवाएं आदि भी दीं।
-जिला अस्पताल में हर रोज हो रहे ऒपरेशन, 16 को बांटे जाएंगे चश्मे
श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन समाज मोतीकटरा एवं राजामंडी, जैन महिला मंडल द्वारा जयपुर के स्वर्गीय चुन्नीलाल एवं सुशीला देवी की स्मृति में आयोजित किए गए इस निःशुल्क नेत्र चिकित्सा में बड़ी संख्या में लोग अपनी आंखों का परीक्षण कराने पहुंचे। मोतियाबिंद के चयनित सौ मरीजों के ऒपरेशन लेंस प्रत्यारोपण विधि द्वारा जिला अस्पताल में डॊ. ओपी वर्मा, डॊ. प्रविन्द्र वर्मा, डॊ. वीरेंद्र सिंह द्वारा शुरू किए जा चुके हैं।
शिविर संयोजिका सुमित्रा सुराना ने बताया कि शिविर में लगभग 1200 मरीजों की ओपीडी हुई, जिसमें से चयनित मरीजों के ऒपरेशन शुरू हो चुके हैं। ऒपरेशन 15 दिसम्बर तक हो जाएंगे। इसके बाद 16 दिसम्बर को पांच सौ मरीजों को चश्मे वितरित किये जायेंगे। मरीजों के लिए दवाइयां, खाना, चाय-पानी की व्यवस्था भी शिविर में की गई।
शिविर में हुआ डॊक्टरों का सम्मान
इस चिकित्सा शिविर में मुख्य अतिथि एसआईसी राजेंद्र अरोड़ा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॊ. पीयूष जैन, डॊ. ओपी वर्मा, डॊ. प्रविन्द्र वर्मा, डॊ. वीरेंद्र सिंह आदि का अंग वस्त्र ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया।
एसएस जैन ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने जयपुर निवासी विमल ललवानी को भी साधुवाद दिया। संगीता सकलेचा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। शिविर का संचालन सन्देश जैन ने किया।
इस शिविर में नेत्र परीक्षण के साथ ही हृदय की जांच, थाइराइड डायबिटीज एवं श्वांस एवं पेट रोगों की भी जांच कर मरीजों को दवा दी गई। सुमित्रा सुराना, संगीता सकलेचा, सरिता सुराना, मंगेश सोनी, मोरवी सुराना, प्रमिला सकलेचा, प्रीति सुराना, सुनीला सकलेचा, रेखा गादिया, शोभा सकलेचा, रचना पारख आदि ने शिविर की व्यवस्थाएं संभालीं।
अतिथियों का स्वागत सुनील सुराना, अनिल सकलेचा, अशोक जैन, पवन सकलेचा, दुष्यंत लोढ़ा, राजीव चपलावत, शरद चौरड़िया, संभव सुराना ने किया। रजनीश यादव, लोकेश सोनी, विष्णु आदि का भी शिविर में सहयोग रहा।
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