छात्राओं के यौन शोषण का मामलाः ढेरों शिकायतों के बाद भी बचता रहा प्रोफेसर
-कालेज प्रबंधन सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में, गंभीरता दिखाई गई होती तो प्रोफेसर कब का पकड़ा गया होता

हाथरस। हाथरस के प्रतिष्ठित एसडी बागला डिग्री कॊलेज में भूगोल विभाग के प्रोफेसर रजनीश द्वारा कॊलेज की ही छात्राओं के यौन शोषण के मामले में सबसे बड़ा सवाल तो यह उठ रहा है कि लम्बे समय से छात्राएं शिकायतें करती आ रही थीं और किसी भी स्तर से इन शिकायतों पर सुनवाई नहीं हुई। एक्शन तब शुरू हुआ जब एक छात्रा ने राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत की और इस पर आयोग ने जांच कराई।
इस सनसनीखेज मामले में अब तक सामने आये तथ्यों पर गौर करने पर पता चलता है कि कॊलेज की पीड़ित छात्राओं की ओर से पिछले डेढ़-दो साल से लगातार शिकायतें की जा रही थीं। कॊलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष और सचिव को सबूतों के साथ शिकायत की, लेकिन प्रबंध समिति के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। शायद इसी वजह से इस अय्याश प्रोफेसर के हौसले बुलंद होते रहे और वह एक के बाद एक छात्राओं का शोषण करता रहा।
प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय भी बेअसर
जिस छात्रा ने राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत कर प्रोफेसर रजनीश को बेपर्दा किया है, उस छात्रा ने अपने शिकायती पत्र में यह भी बताया है कि उसने प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय तक भी शिकायतें भेजीं, लेकिन इस प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस छात्रा की बात को सही मानें तो शिकायतों के निस्तारण के मामले में पीएमओ और सीएमओ पर भी सवालिया निशान लगते हैं।
जाहिर है कि पीएमओ और सीएमओ से ये शिकायतें जांच के लिए हाथरस प्रशासन तक आई होंगी और इन्हें गंभीरता से नहीं लिया गया। पीएमओ हो या सीएमओ, वहां पहुंचने वाली शिकायतों को जांच के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों के पास भेजकर इतिश्री कर ली जाती है।
59 वीडियो मिले प्रोफेसर के मोबाइल में
भला हो महिला आयोग का, जिसने छात्रा की शिकायत मिलते ही हाथरस गेट कोतवाली पुलिस से जांच शुरू कराई। पुलिस को जब प्रोफेसर के मोबाइल से कॊलेज की छात्राओं के 59 अश्लील वीडियो मिले तो हाथरस गेट कोतवाली के दरोगा सुनील कुमार ने चार दिन पहले मुकदमा दर्ज किया। अब पुलिस इस प्रोफेसर की तलाश कर रही है, लेकिन वह फरार हो चुका है। पुलिस की तीन टीमें दिन-रात इसकी तलाश में लगी हुई हैं।
महिला की शिकायत पर डीएम ने बनाई जांच कमेटी
हाथरस। एसडी बागला कॊलेज के प्रोफेसर रजनीश के बारे में एक महिला ने हाथरस के जिलाधिकारी से अलग से शिकायत की है। यह शिकायत भी शोषण से संबंधित है। इस महिला की शिकायत पर जांच के लिए हाथरस के डीएम ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी में एसडीएम सदर के अलावा बीएसए, सादाबाद के तहसीलदार, सीओ सिटी को शामिल किया गया है।
साल भर पहले हुई जांच रफा-दफा हो गई थी
हाथरस। एसडी बागला कॊलेज के प्रोफेसर रजनीश द्वारा कॊलेज की छात्राओं का शोषण किए जाने के बारे में एक साल पहले भी जांच हुई थी। तब एक छात्रा की शिकायत पर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच की थी। बताया जाता है कि इस शिकायत में उच्च शिक्षा अधिकारी को शिकायतकर्ता छात्रा के नाम की दूसरी छात्रा से बयान दिलवा दिया गया था कि उसने प्रोफेसर की किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है। ऐसे में यह जांच बंद कर दी गई थी।
पुलिस ने जांच की तो सच्चाई सामने आ गई
हाथरस। लम्बे समय से छात्राएं प्रोफेसर की शिकायतें करती आ रही थीं, लेकिन एक बार भी यह मामला पुलिस से जांच कराए जाने के स्तर पर नहीं पहुंचा। राष्ट्रीय महिला आयोग के दखल के बाद हाथरस गेट कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की तो प्रोफेसर के मोबाइल से 59 वीडियो मिले और सब कुछ साफ हो गया। प्रोफेसर के मोबाइल से जो वीडियो मिले हैं, वे अधिकांशतः कॊलेज की लड़कियों के ही हैं।