आगरा में नौ से चलेगा टीबी मरीज ढूंढने का अभियान
टीबी मुक्त अभियान के तहत आगरा जिले में नौ से 20 सितंबर तक टीबी के मरीज ढूंढने का विशेष अभियान चलने जा रहा है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों से सम्पर्क करेंगी।
आगरा। केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत की संकल्पना की है। इसी के तहत स्वास्थ्य विभाग आगरा जिले में 9 से 20 सितंबर तक एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान चलाने जा रहा है। अभियान में जिले की कुल जनसंख्या में से 21 प्रतिशत जनसंख्या (11.55 लाख लोगों) को मैप कर विभाग की टीमें उन तक पहुंचेंगी।
सीएमओ डा. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए जनपदवासियों से कहा कि यदि आपको दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी है या बुखार की समस्या है। बलगम में खून आता है, भूख कम लगती है और वजन तेजी से कम हो रहा है, रात में पसीना आता है या गले में कोई गांठ तो अभियान के दौरान आपके घर पर पहुंचने वाली टीम को जानकारी जरूर दें क्योंकि इन लक्षणों का मतलब आपको टीबी हो सकती है। वे महिलाएं भी अपनी टीबी की जांच कराएं जो बांझपन की समस्या से जूझ रही हैं क्योंकि बांझपन भी टीबी का लक्षण है।
सीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान स्लम, घनी आबादी वाले क्षेत्र, मलिन बस्तियां, हाई रिस्क जनसंख्या (एचआईवी एवं डायबिटीज) अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, श्रमिकों चिह्नित करते हुए कार्य किया जाएगा। संभावित मरीज के बलगम नमूने एकत्र कर उसकी जांच हेतु भेजा जायेगा। टीबी की पुष्टि होने पर मरीज का उपचार किया जायेगा। इस अभियान में 81 सुपरवाइजरों के साथ 408 टीमें कार्य करेंगी। हर टीम में तीन सदस्य होंगे।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। वर्ष 2024 में जनपद में अब तक पब्लिक क्षेत्र के 9167 मरीज एवं प्राइवेट क्षेत्र के 18705 मरीज कुल 20961 निःक्षय पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं, जो कि जनपद का टीबी नोटिफिकेशन लक्ष्य से अधिक 112 प्रतिशत है।
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