भाजपा जिलाध्यक्ष तय हो चुके, घोषणा अब कभी भी संभव
आगरा। यूपी में भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा अब किसी भी दिन और किसी भी वक्त हो सकती है। जिलाध्यक्षों के नाम तो पहले ही फाइनल हो गए थे, कल सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में भी इस पर विचार कर लिया गया है। फाइनल सूची लेकर महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह दिल्ली रवाना हो गए हैं। दिल्ली से ओके होते ही जिलाध्यक्षों के नाम घोषित हो जाएंगे। 14 या फिर 15 फरवरी को जिलाध्यक्षों के नाम सामने आ सकते हैं।
![भाजपा जिलाध्यक्ष तय हो चुके, घोषणा अब कभी भी संभव](https://www.aurguru.com/uploads/images/202502/image_870x_67a6d1a9979c9.jpg)
जिलाध्यक्षों की घोषणा 15 जनवरी तक हो जानी थी। इसमें लगभग एक महीने की देरी हो चुकी है। पार्टी अब इसे और ज्यादा नहीं लटकाना चाहती, इसलिए दिल्ली चुनाव निपटते ही यूपी के जिलाध्यक्षों के लिए मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक भी कर ली गई।
इस बार भाजपा जिलाध्यक्ष पदों के लिए जैसी खींचतान हुई, वैसी कभी नहीं रही। विधायक हों या सांसद अथवा पार्टी के प्रांतीय और राष्ट्रीय नेता, हरेक की जेब में जिलाध्यक्ष पद के लिए किसी अपने का नाम है। इसी वजह से जिलाध्यक्षों के चयन में लम्बा समय लगा। नेतृत्व के समक्ष विधायक-सांसदों का दबाव था तो पार्टी को इस पद में सामाजिक समीकरण बैठाने थे। भाजपा अपने संगठन में सभी जातियों को समायोजित करना चाहती है।
अब देखना यह है कि आगरा महानगर और आगरा जिलाध्यक्ष पद पर किसकी ताजपोशी होती है। आगरा में जिलाध्यक्ष पद पर 45 तो महानगर अध्यक्ष पद पर 38 भाजपा नेताओं की दावेदारी है। कुल 83 दावेदारों में से दो का चयन होना है। देखना यह है कि जातिगत समीकरण साधने के लिहाज से आगरा में दोनों जिलाध्यक्ष किन जातियों के हिस्से में आते हैं।