यूपी की दो सीटों पर भाजपा अभी नहीं दे पाई है प्रत्याशी
उत्तर प्रदेश उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने आज सात सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। दो सीटों पर अभी भी उम्मीदवारों का फैसला नहीं हो पाया है। इनमें एक सीट मीरापुर है, जो आरएलडी के खाते में है, जबकि दूसरी कानपुर की सीसामऊ सीट है, जिस पर बीजेपी अब तक अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है।
लखनऊ। यूपी उपचुनाव के लिए बीजेपी काफी समय से तैयारी में जुटी हुई है। बावजूद इसके उम्मीदवारों का फ़ैसला करने में पार्टी को इतना वक्त लग गया। बीजेपी ने आखिरी वक़्त में जब नामांकन करने के लिए सिर्फ एक ही दिन बचा है तब जाकर अपनी लिस्ट जारी की, जिसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बीजेपी को इतनी देरी क्यों हुई।
खबरों की माने तो इस देरी के पीछे एक सोची-समझी रणनीति थी। बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में हुई गलती से सबक लेते हुए ये फैसला लिया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने ज़्यादातर सीटों पर पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी, जबकि समाजवादी पार्टी ने बार-बार अपने प्रत्याशी बदले और हर सीट के जातीय समीकरण संगठन की मांग को देखते हुए दांव चला, जिसका सीधा नुक़सान बीजेपी को उठाना पड़ा था।
इसका उदाहरण मुरादाबाद, बदायूं और रामपुर जैसी सीटें हैं जहां सपा ने नामांकन चंद घटों पहले ही अपने प्रत्याशी बदल दिए थे, जिसके बाद भाजपा को नुक़सान उठाना पड़ा. लेकिन इस बार पार्टी ने ऐसा मौका नहीं दिया है।
बीजपी ने करहल सीट से अनुजेश यादव, कुंदरकी से रामवीर सिंह ठाकुर, मझवां से सुचस्मिता मौर्य, कटेहरी से धर्मराज निषाद, खैर से सुरेंद्र दिलेर, फूलपुर से दीपक पटेल, गाजियाबाद से संजीव शर्मा को टिकट दिया है। इन सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है और वोटिंग 13 नवंबर को होगी।
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