बांग्लादेश के उच्चायुक्त विदेश मंत्रालय में तलब, भारत का करारा जवाब
नई दिल्ली। भारत ने आज बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया। इससे एक दिन पहले ढाका ने मांग की थी कि नई दिल्ली को अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को बयान देने से रोकना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नूरुल इस्लाम को शाम पांच बजे तलब किया गया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह बताया गया कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक, रचनात्मक और पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध चाहता है, जिसे हाल की उच्च स्तरीय बैठकों में कई बार दोहराया गया है।
![बांग्लादेश के उच्चायुक्त विदेश मंत्रालय में तलब, भारत का करारा जवाब](https://www.aurguru.com/uploads/images/202502/image_870x_67a62cd756f62.jpg)
भारत ने कहा कि इसके बावजूद यह खेदजनक है कि बांग्लादेश के अधिकारियों की तरफ से दिए गए नियमित बयानों में भारत को नकारात्मक रूप से चित्रित किया जाता है। इसमें आंतरिक शासन संबंधी मुद्दों के लिए हमें जिम्मेदार ठहराया जाता है। बांग्लादेश के ये बयान वास्तव में लगातार नकारात्मकता के लिए जिम्मेदार हैं।
विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बारे में कही गई टिप्पणियां उनकी व्यक्तिगत हैसियत से की गई हैं। इसमें भारत की कोई भूमिका नहीं है। इसे भारत सरकार के रुख से जोड़कर देखने से द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मकता नहीं आएगी।
विदेश मंत्रालय का कहना है जबकि भारत सरकार पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध बनाने के लिए प्रयास करेगी, हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश भी माहौल को खराब किए बिना इसी तरह का प्रयास करेगा। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को एक विरोध पत्र सौंपा, जिसमें शेख हसीना की टिप्पणियों पर 'गहरी चिंता, निराशा और गंभीर आपत्ति' व्यक्त की गई।