डॊ. अनुराग शुक्ल के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज होने जा रहा, आज हाईकोर्ट में भी सुनवाई
आगरा। आगरा कॊलेज के प्रिंसिपल पद से हटाए जा चुके डॊ. अनुराग शुक्ल की मुसीबतें कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही हैं। आगरा के सीजेएम के आदेश पर थाना लोहामंडी में दर्ज हुए मुकदमे की विवेचना चल ही रही है कि उनके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज होने जा रहा है। फर्जी दस्तावेज लगाकर प्राचार्य पद पर चयन कराने के मामले में अब प्रदेश के उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से यह मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। आगरा के उच्च शिक्षा अधिकारी की ओर से मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को ऒनलाइन तहरीर दे दी गई है।
सनराइज यूनिवर्सिटी के फर्जी दस्तावेज लगाए थे
डॊ. अनुराग शुक्ल ने वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग में जिस समय प्राचार्य पद के लिए आवेदन किया था, तब भी वे इस पद के लिए योग्य नहीं थे। प्रिंसिपल पद पर चयन की प्रक्रिया के दौरान वर्ष 2021 में उन्होंने अपनी योग्यता सिद्ध करने के लिए शोध संबंधी नौ दस्तावेज लगाए थे। डॊ. शुक्ल ने इन दस्तावेजों के जरिए दर्शाया था कि उन्होंने राजस्थान के अलवर में स्थित सनराइज यूनिवर्सिटी में शोध कार्य कराए थे। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर उनका आगरा कॊलेज के प्रिंसिपल पद पर चयन हो गया था।
सनराइज यूनिवर्सिटी बता चुकी है टोटली फेक
वर्ष 2023 में डॊ. अनुराग शुक्ल के खिलाफ जांच शुरू होने पर इस बात का खुलासा हुआ कि उनके द्वारा लगाए गए सनराइज यूनिवर्सिटी के दस्तावेज फर्जी हैं। सनराइज यूनिवर्सिटी प्रदेश के उच्च शिक्षा निदेशक, आगरा कॊलेज के तत्कालीन सचिव और अब लोहामंडी पुलिस के विवेचना अधिकारी को लिखित में दे चुकी है कि जिन दस्तावेजों को डॊ. शुक्ल सनराइज यूनिवर्सिटी का बता रहे हैं, वे टोटली फेक हैं।
आज हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई पर सभी की निगाहें
उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा अभ्यर्थन शून्य घोषित किए जाने और इसी के अनुपालन में उच्च शिक्षा निदेशक द्वारा आगरा कॊलेज का प्रिंसिपल पद रिक्त घोषित किए जाने को डा. अनुराग शुक्ल ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है। आज हाईकोर्ट में इस मामले में सुनवाई हो सकती है।
डॊ. शुक्ल ने इस मामले में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, प्रदेश के प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, निदेशक उच्च शिक्षा, उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग, आगरा कॊलेज प्रबंध समिति की अध्यक्ष ऋतु माहेश्वरी (मंडलायुक्त) और कॊलेज के शिक्षक डॊ. सीके गौतम को पार्टी बनाया है।
चूंकि डॊ. शुक्ल ने मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को भी प्रतिवादी बना लिया है, ऐसे में माना जा रहा है कि आज की सुनवाई में सरकार के महाधिवक्ता भी कोर्ट में नजर आ सकते हैं। अन्य जिन्हें पार्टी बनाया गया है, उनके वकील भी कोर्ट में होंगे।
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