मैं रेलवे की धोखाधड़ी का शिकार हुआ हूं, एक नागरिक
आगरा। क्या रेलवे भी लोगों के साथ धोखाधड़ी करने लगी है। यह सवाल एक यात्री का है, जिसने टिकट कैंसिल न करने और रिफंड भी न किए जाने पर उठाया है।
आगरा के हास्पिटल रोड स्थित सेंट जान्स चर्च कंपाउंड निवासी बिल्कस मिंज ने एनसीआर आगरा कैंट के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक को दी एक शिकायत में कहा है कि उन्होंने अपनी और पाल सी मैथ्यू के दो टिकट वंदे भारत (20176) के लिए आगरा से बनारस के लिए खरीदे थे। यह यात्रा पांच नवंबर 2024 को करनी थी। चार और पांच नवंबर की रात 2 बजकर 14 मिनट पर उनके पास एक एसएमएस आया कि आपका टिकट वेटिंग में 12 और 19 है।
मिंज ने शिकायत में कहा है कि वे सुबह होते ही आगरा कैंट पर पहुंचे और आरक्षण आफिस में जाकर वेटिंग की टिकट कैंसिल करने का आग्रह किया। आरक्षण आफिस से बताया गया कि अब आपके टिकट कैंसिल नहीं हो सकते क्योंकि गाड़ी के रवाना होने से 30 मिनट पहले तक की टिकट ही कैंसिल हो सकती हैं।
मिंज ने अपनी शिकायत में सवाल उठाया है कि जब आगरा कैंट का आरक्षण आफिस ही सुबह आठ बजे खुलता है तो वे वंदे भारत रवाना होने से आधा घंटे पहले टिकट कैसे कैंसिल करा सकते थे।
मिंज का कहना है कि रेलवे की ओर से उन्हें दी गई टिकटों के ऊपर भी कहीं पर ये अंकित नहीं है कि टिकट कैसे कैंसिल होगी। रेलवे की ओर से भेजे गए एसएमएस में भी यह नहीं बताया गया था कि वे टिकट कैसे कैंसिल करा सकते हैं। ऐसी स्थिति में तो वे टिकट कैंसिल कराने के लिए वे आगरा कैंट पर तभी पहुंचे जबकि आरक्षण आफिस आठ बजे खुल गया।
मिंज का कहना है कि रेलवे की यह सरासर धोखाध़ड़ी है। रेलवे यात्रियों को भ्रम में रखकर धोखाधड़ी कर रहा है।
ज्ञातव्य है कि वंदे भारत आगरा से सायं छह बजे आगरा से बनारस के लिए रवाना हो जाती है। मिंज को रात सवा दो बजे वेटिंग का संदेश मिला था तो वे तो यही मानकर आरक्षण आफिस पहुंचे कि टिकट कैंसिल करा देंगे। आरक्षण आफिस शाम को बंद होने के बाद सुबह आठ बजे खुलता है।
ऐसी स्थित में टिकट बुकिंग विंडो से भी कैंसिल हो सकती थी, लेकिन रेलवे की ओर से आम यात्रियों को यह बताया नहीं जाता कि वे टिकट कहां पर जाकर कैंसिल करा सकते हैं। मिंज की टिकटों के तीन हजार से ज्यादा की राशि कहां गई। जाहिर है कि इसका लाभ आईआरसीटीसी को मिला।
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