हवन और जयकारों संग हुआ अखण्ड रामायण का विश्राम
आगरा। सियाराम के जयकारे और भक्ति भाव मे लीन राजा दशरथ का परिवार और श्रद्धालु। हर तरफ भक्ति की बहती धारा और संगीत के सुरों के साथ रामायण की चौपाईयां।
राजा दशरथ (संतोष शर्मा) के निवास बाग फरजाना में प्रारम्भ हुई अखण्ड रामायण का समापन हवन और सियाराम के जयकारों के साथ हुआ।
सुन्दर काण्ड के दौरान जहां बजरंग बली हनुमान के जयकारे गूंज रहे थे वहीं श्रीराम के राजतिलक के दौरान सियाराम के जयकारे के उद्घोष गूंज रहे थे। परिवार के सदस्यों संग राजा दशरथ के स्वरूप संतोष शर्मा ने भी रामायण पढ़ी। श्रीराम के राज तिलक के अवसर पर मेवाओं को भक्तों में बांटा गया। आरती के उपरान्त हवन का आयोजन किया गया।
वैदिक मंत्रोच्चारण से सम्पन्न हवन में संतोष शर्मा व उनकी धर्मपत्नी ललिता शर्मा सहित समस्त श्रद्धालुओं ने आहूति दी। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रखर शर्मा. युक्ति शर्मा, संजय शर्मा, राजकुमार, ममता शर्मा, ललिता, युक्ति शर्मा, सुरेश उपाध्याय, प्रदीप उपाध्याय, विवेक, मनीष आदि उपस्थित थे।
राजा दशरथ ने किया सिद्धेश्वर महादेव का पूजन
आगरा। राजा दशरथ और महारानी कौशल्या का स्वागत ढोल नगाड़ों संग एचआईजी फ्लैट्स के निवासियों ने भव्यता से श्री सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर के प्रांगण में किया। अयोध्या नगरी की तरह कॉलोनी में सजावट कर दशरथ परिवार का अद्भुत स्वागत किया गया।
राजा दशरथ के स्वरूप संतोष शर्मा ने सर्वप्रथम सिद्धेश्वर महादेव का परिवार संग विधि विधान से पूजन किया। स्वागत समिति के डॉ. हरि नारायण चतुर्वेदी, प्रो. बीडी शुक्ला, अनिल शर्मा, महेश उपाध्यय, अनिल खन्ना, अनिल अग्रवाल, विनय शिवहरे, सिद्धार्थ चतुर्वेदी, निलेश शाह, कमल शर्मा, अरविंद मुद्गल, नंद लाल, सुप्रिया चतुर्वेदी ने तिलक लगाकर वा पुष्प वर्षाकार संतोष शर्मा व उनकी धर्मपत्नी ललिता शर्मा की आरती उतारी और जोशीला स्वागत किया।
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