बाजारों में दिवाली की धूम, आभूषणों से चमका किनारी बाजार तो बेलनगंज रंग—बिरंगी झालरों से सजा, कहां क्या खरीद रहे लोग ?

आगरा। दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही शहर के बाजारों में फिर से रौनक लौट आई है। दुकानदारों ने अपने-अपने स्टॉल को रंग-बिरंगी झालरों और चमकदार लाइटों से सजा दिया है। एमजी रोड, हाईवे, फतेहाबाद और माल रोड के बड़े—बड़े शॉपिंग कॉम्पलेक्स अपनी जगह हैं लेकिन लोगों के जहन से पुराने बाजारों को मोह छूट जाए यह आसान नहीं है। आईए जानें इस खास खबर में कि दिवाली पर बाजारों का क्या माहौल है और लोग कहां से क्या खरीदने निकले हैं।

Oct 28, 2024 - 14:47
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बाजारों में दिवाली की धूम, आभूषणों से चमका किनारी बाजार तो बेलनगंज रंग—बिरंगी झालरों से सजा, कहां क्या खरीद रहे लोग ?

किनारी बाजार
रावतपाड़ा के मोड़ से जौहरी बाजार, किनारी बाजार, नमक की मंडी, सेब का बाजार, चौबेजी का फाटक, फव्वारा तक सराफा बाजार फैला हुआ है, जहां थोक, रिटेल, बुलियन और आभूषणों की 3500 से ज्यादा दुकानें हैं। देशभर में आगरा के किनारी बाजार की चांदी की पायलें और सोने के आभूषणों की चमक कायम है। दिवाली पर इस बाजार की रौनक देखने लायक है। बड़ी संख्या में लोग त्योहार की तैयारी में आभूषण खरीदने यहां आ रहे हैं। 

सदर बाजार
महंगा और सस्ता आगरा का सदर बाजार दोनों तरह की शॉपिंग के लिए है। यहां एक ओर बड़े बड़े शोरूम हैं तो दूसरी ओर पटरी बाजार भी है। यहां आने वाले चाट गली जाना जरूर पसंद करते हैं। दिवाली से पहले यहां कपड़े, जूते, लड़कियों के हैंडबैग्स, बच्चों के खिलौने, मेकअप और कोहलापुरी आइटम के लिए भीड़ लगी रही है। यह आगरा में सस्ती खरीदारी के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है। चमड़े के सामान, हस्तशिल्प, मिठाइयों और सस्ते स्ट्रीट फूड के लिए इन दिनों काफी संख्या में लोग यहां आ रहे हैं। 

शिल्पग्राम
दिवाली की खरीददारी के लिए घर की साज—सज्जा की ख्वाहिश लेकगर लोग इन दिनों शिल्पग्राम आ रहे हैं। स्थानीय कारीगरों और बुनकरों द्वारा हस्तशिल्प की वस्तुओं को बेचने वाले स्टॉल और स्थानीय बाजार की दुकानों पर भीड़ नजर आ रही है। यह जगह पर्यटकों और आगंतुकों को आकर्षित करती है, ताकि वे कलाकृति बनाते हुए देख सकें और इसे आगरा में सस्ती खरीदारी का स्थान पा सकें । इसके अलावा, फरवरी में एक कला महोत्सव होता है, जिसमें अद्भुत कलाकृतियाँ और सांस्कृतिक प्रदर्शन प्रदर्शित होते हैं। 

राजा की मंडी
दिवाली की शॉपिंग के सिलसिले में राजा की मंडी बाजार इन दिनों ग्राहकों से सबसे अधिक रोशन है। यहां कपड़ों, किचन उत्पाद और महिलाओं की जरूरत का प्रमुख बाजार है इ​सलिए काफी संख्या में यहां महिलाएं शॉपिंग करती नजर आती हैं। मुगलिया काल से कपड़ों और ब्रिटिश काल से किताबों से जो नाता जुड़ा, वह इस बाजार में अब तक बरकरार है। इन दिनों आप अपने घर की साज सज्जा और कपड़ों के एकदम नए फैब्रिक के लिए यहां आ सकते हैं। 

नूरी दरवाजा
नूरी दरवाजा पेठा उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां घर-घर में पेठा बनाने के कारखाने हैं। नूरी गेट पर ही शहर के प्रतिष्ठित पेठा व्यापारियों की दुकानें हैं, जबकि पुरानी हवेलियों और कोठियों के अंदर पेठा और बताशे बनाने के कारखाने हैं। दिवाली के मौके पर फुटकर सामान विक्रेता यहां अधिक मात्रा में पेठा लेने आ रहे हैं ताकि अपनी दुकानों से इसे बेच सकें। और दिनों की अपेक्षा यहां भी इन दिनों ग्राहकों की संख्या अच्छी खासी है। 

रावतपाड़ा और दरेसी
दरेसी और रावतपाड़ा एक—दूसरे के बेहद करीब हैं। इन बाजारों का मिश्रण ही इन्हें विशेष बनाता है। धार्मिक वस्तुएं, पुस्तकें, साबुन, मोमबत्ती, तेल, कपड़े के थैले, प्लास्टिक की पुरानी कैन व अन्य उपयोगी वस्तुओं से बाजार अटा पड़ा है। इसके अलावा दाल मौठ खरीदने के लिए सबसे अच्छी जगह रावतपाड़ा है। ज़्यादातर दुकानें बहुत पुरानी हैं। कुछ तो मुगल काल से ही हैं। यह जौहरी बाज़ार और किनारी बाज़ार के बहुत नज़दीक है, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए सबसे लोकप्रिय शॉपिंग मार्केट हैं।

हींग की मंडी
हींग की मंडी अपने आप में विशेषता रखता है। यहां 19 बाजारों में जूते की 4000 दुकानें हैं। जानकार बताते हैं कि सालाना लगभग 2500 करोड़ का कारोबार है। इन दिनों यहां भी अच्छी खासी रौनक है। एक—दो जोडी के लिए सस्ते की चाह में लोग आते हैं। वहीं आस—पास के फुटकर कारोबारी होल सेल के रेट में सामान लेने आते हैं। दिवाली का मौका यहां के लिए भी खास है। 

लुहार गली 
दिवाली का मौका हो तो लुहार गली जैसे सबसे ज्यादा खूबसूरत नजर आती है। यहां की रौनक देखने लायक होती है। इस समय दुकानदारों को बात करने की भी फुरसत नहीं है। यह बाजार वैसे तो चूड़ियों और कड़ों के लिए विशेष पहचान रखता है मगर यहां बच्चों की किताब कॉपियां होल सेल दामों में और प्लास्टिक से लेकर घर की साज सज्जा के लिए बंधनवार आदि बेस्ट दामों पर मिलते हैं।

सुभाष बाजार
सुभाष बाजार आगरा का बेहद प्रसिद्ध बाजार है। यह जामा मस्जिद के पास है और यहां रेशम की साड़ियां, कपड़े और क्रोकरी का सामान काफी सही दामों में मिलता है।

शाहगंज
इसके अलावा घर के लिए कपड़े, चमड़े का सामान और फर्नीचर लेने की इच्छा रखने वाले काफी लोग इन दिनों शाहगंज का रूख कर रहे हैं। यह काफी बड़ा और भीड़भाड़ वाला बाजार है। 

मोतीगंज
त्योहार पर खान—पान की बात और खरीददारी न हो ऐसा तो संभव ही नहीं है। हर साल ही त्योहार से पहले मोतीगंज की रौनक देखने लायक हो जाती है। इस बार भी कुछ ऐसा ही है। रसद की आपूर्ति का केंद्र यही बाजार है। यहां से ही खाद्य सामग्री अन्य जगहों को भेजी जाती थी। भंडारण की भी व्यवस्था की गई थी। इन दिनों लोग सस्ता और थोक खरीद के लिए सीधे यहां आ रहे हैं। 

बेलनगंज
दिवाली के मौके पर हर साल बेलनगंज अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करता है। कारण है कि यह 
कारोबार का बड़ा केंद्र है। यहां इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का कारोबार होता है। 500 से ज्यादा दुकानें हैं। इसके अलावा खाने—पीने के लिहाज से भी यह खास जगह है। कपड़े और मेवे का अच्छा कारोबार है। 
 
शाह मार्केट
त्योहार पर लोग नए और कीमती गैजेट्स भी लेते हैं। आजकल यहां गिफ्ट लेने देने वालों की भीड़ है। शाह मार्केट सभी तकनीक-प्रेमी लोगों के लिए एक पसंदीदा जगह है। यहाँ इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल फोन और कैमरों की एक विस्तृत श्रृंखला है। आगरा में यह स्थानीय बाजार नवीनतम गैजेट्स की खरीदारी के लिए आगरा में शीर्ष स्थानों में से एक है। 

संजय प्लेस
अगर आप आगरा में अच्छे स्थानीय बाज़ारों की तलाश कर रहे हैं तो संजय प्लेस बेहतर आॅपशन हो सकता है। दिवाली की खरीद के लिए यहां भी काफी लोग आ रहे हैं। ये बाज़ार कपड़ों की विस्तृत श्रृंखला के लिए जाने जाते हैं, जिसमें रेडीमेड और सूट और अन्य कपड़ों के लिए सामग्री दोनों शामिल हैं। संजय प्लेस एक व्यावसायिक केंद्र भी है जहाँ आप अधिक समकालीन सामान और ब्रांडेड आइटम मिलते हैं। 

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SP_Singh AURGURU Editor