दिल्ली की हालत आपको पता है लेकिन आइजोल देश का सबसे कम प्रदूषित शहर, आगरा के इस इलाके में 'चैन की सांस'...

आगरा। सर्दी के बढ़ते प्रकोप के साथ ही उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का संकट गहराता जा रहा है। कई शहरों में वायु गुणवत्ता खराब और गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार बिगड़ता जा रहा है। इस बीच देश में आइजोल एक ऐसा शहर है जो सबसे कम प्रदूषित है। आगरा में संजय प्लेस अब भी खराब श्रेणी में है जबकि मनोहरपुर सबसे कम प्रदूषित इलाका है।

Nov 21, 2024 - 02:02
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दिल्ली की हालत आपको पता है लेकिन आइजोल देश का सबसे कम प्रदूषित शहर, आगरा के इस इलाके में 'चैन की सांस'...

17 शहरों की हवा खराब और 02 की खतरनाक

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार रात तक 02 शहरों में वायु गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में, 17 प्रमुख शहरों में बहुत खराब श्रेणी में, 51 शहरों को खराब श्रेणी में, 128 शहरों को मॉडरेट यानी बढ़ी हुई श्रेणी में, 47 शहरों को संतोषजनक और केवल 13 शहरों को अच्छा श्रेणी में रखा गया।

दिल्ली ने बढ़ाई आगरा की चिंता

दिल्ली में अभी भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं। इससे आगरा के लोगों को चिंता होना लाजमी है क्योंकि दिल्ली से आगरा की दूरी महज 200 किलोमीटर ही है। ऐसे में प्रदूषण कब आगरा का रुख कर ले कहा नहीं जा सकता। दो दिन पहले जब अचानक ठंड बढ़ी तो आगरा में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक ने बड़ी छलांग लगाई थी। पांच स्टेशनों पर प्रदूषण का ग्राफ 300 के करीब पहुंच गया था जो फिलहाल 200 से नीचे है। 182 के वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ आगरा में संजय प्लेस एरिया अब भी सबसे प्रदूषित बना हुआ है जबकि मनोहर पुर सबसे कम प्रदूषित है यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार - गुरुवार की मध्यरात्रि 85 पर था। 

आइजोल सबसे कम प्रदूषित

फिलहाल 26 वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ भारत में आइजोल सबसे कम प्रदूषित शहर बना हुआ है। यहां की हवा अच्छी श्रेणी में है। हालांकि इसकी वजह प्रकृति से करीबी है। मिजोरम की राजधानी आइजोल बेहद सुंदर है और यहां देश व विदेश से टूरिस्ट आते हैं। यह शहर खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों से घिरा हुआ है। आइजोल शहर समुद्र तल से 1132 मीटर ऊपर पर है। यह सिटी उत्तर में दुर्तलांग की राजसी चोटियों से घिरा है। इस शहर की खूबसूरती के कारण इसे लैंड ऑफ हाइलैंडर्स भी कहा जाता है।

एक्यूआई की श्रेणियां

-0 से 50 इस लेवल को अच्छा माना गया है। यानी आप इसे साफ हवा कह सकते हैं। 

-51 से 100 के बीच है तो यह सेटिस्फेक्ट्री है लेकिन लोगों को बाहर की एक्टिविटीज कम करने को कहा जाता है। 

-101 से 200 के बीच है तो इसे मॉडरेट कहा जाता है। इसमें सेंसिटिव लोग बीमार हो सकते हैं। 

-201 से 300 के बीच होने पर यह पूअर कैटेगरी में आता है। यह आपको बीमार बना सकता है। 

-301 से 400 के बीच है तो हवा को वेरी पूअर इंडेक्स में डाला जाता है यानी कि यह स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है। इस हवा में बाहर निकलने की सलाह नहीं दी जाती है। 

-401 से 500 के बीच है तो इसे अति गंभीर माना जाता है। इसमें सभी खतरनाक स्थिति में होते हैं। और सबको मास्क पहनने को कहा जाता है। अब ज्यादातर बड़े शहरों में एयर क्वालिटी 450 से ज्यादा रहने लगा है। यानी कि सेंसिटिव तो छोड़िए हेल्दी लोगों के लिए भी हवा काफी खतरनाक हो गई है। 

बीती रात एक बजे के बाद आगरा के अलग अलग स्टेशनों का एक्यूआई

संजय प्लेस - 182

शास्त्रीपुरम - 123

शाहजहां गार्डन - 107

आवास विकास - 113

रोहता - 125

मनोहर पुर - 85

(आगरा - 127)

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SP_Singh AURGURU Editor