आगरा बना नकली दवाओं का अड्डा बन गया, कठोर कदम क्यों नहीं उठाए जाते, राजा अरिदमन सिंह ने उठाया सवाल
आगरा। नकली और अधोमानक दवाएं लाखों लोगों के लिए बेहद घातक हैं। आगरा धीरे-धीरे नकली और अधोमानक दवाओं का एक बड़ा अड्डा बन गया है। अब समय आ गया है कि स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले इन दवा माफियाओं के विरुद्ध प्रशासन को नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) के तहत कार्यवाही करनी चाहिए।.
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह भदावर ने कहा है कि अक्सर समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिलती है कि बाहर की पुलिस ने आकर आगरा में दवा विक्रेताओं के यहां छापा मारा। नकली और अधोमानक दवाई बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी भी गई, किन्तु पुलिस ने इस संबंध में क्या कार्रवाई की, इसकी जानकारी नहीं मिल पाती। फिर कुछ समय बाद दवाओं के निर्माण और सप्लाई का अवैध और जानलेवा कारोबार शुरू हो जाता है।
उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ ड्रग इंस्पेक्टर और ड्रग कंट्रोलर को गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम करना चाहिए ताकि जन जीवन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले लोग हतोत्साहित हों।
उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल चुके राजा अरिदमन सिंह ने कहा कि हर केमिस्ट के यहां एक फार्मासिस्ट रखे जाने का नियम है। फार्मासिस्ट होने पर ही दवा की दुकान खोली जा सकती है, मगर देखने में आता है कि एक फार्मासिस्ट के नाम पर कई दुकानें इन दवा माफियाओं द्वारा पंजीकृत करवा ली जाती हैं। प्रशासन द्वारा इनकी भी जांच कर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
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