प्रशासन के वायदे पर किसानों का मंडलायुक्त कार्यालय की ओर कूच टला
आगरा। एडीएम सिटी अनूप कुमार द्वारा दोषियों के खिलाफ 24 घंटे के अंदर कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने मंडलायुक्त कार्यालय की ओर कूंच का निर्णय स्थगित कर दिया। इधर अन्न-जल त्यागने वाले किसान नेता चौ. दिलीप की हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्न-जल त्यागने वाले किसान नेता श्याम सिंह चाहर की हालत गंभीर होती जा रही है।
आज जैसे ही किसानों ने मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी के कार्यालय पर जाने का ऐलान किया तो जिला प्रशासन में खलबली मच गई। आनन-फ़ानन में एडीएम न्यायिक धीरेन्द्र सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान धरनास्थल पर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने किसानों से वार्ता की। इसके बाद मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी अनूप कुमार ने किसानों से वायदा किया कि 24 घंटे में कार्यवाही कर दी जाएगी। जांच रिपोर्ट में गोदाम घोटाले का खुलासा हो जाएगा। दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कर दी जाएगी। रिपोर्ट को शासन को अवगत करा दिया जाएगा।
किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने कहा सहकारिता विभाग में 4 करोड़ 12 लाख रूपये के 21 सहकारी समितियों व ग्रामीण सुरक्षा आवासीय समिति के फर्जी सचिव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो। घोटाले की जांच पूरी हो चुकी है तो जिला प्रशासन दोषियों पर कार्यवाही में देरी क्यों लगा रहा है।
समाजसेवी नरेन्द्र सिंह चाहर ने कहा कि सहकारिता विभाग के घोटाले में विभाग के उच्च अधिकारी भी शामिल हैं। दोषी एआर कॉपरेटिव को लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है। सरकार दोषियों को बचा रही है। जबकि घोटाले में शामिल अधिकारी को निलंबित कर जेल भेजना चाहिए।
धरना प्रदर्शन में राकेश सोलंकी, रामू चौधरी, गजेन्द्र शर्मा, सुभाष चौधरी, राहुल छोकर, विजेंद, रामगोपाल चाहर, किशन कुमार, दीपू चाहर, यशपाल सिंह, नरेंद्र फौजदार, नारायण सिंह, बासुदेव कुशवाह, मनोज कुमार, प्रदीप शर्मा, बाबूलाल, बबलू सिंह, सोनवीर, धर्मपाल सिंह, अशोक कुमार, राकेश, धर्मपाल राणा, सत्यवीर चाहर, पुष्पेंद्र चाहर, दाताराम प्रधान, राजकुमार रावत, देवेंद्र सविता, अतुल सिरोही, हितेश कुमार, राजेश सिंह, बांकेलाल रावत, सुरेंद्र कुमार सहित सैकड़ो किसानों ने भाग लिया।
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