जिन्होंने सपनों को दिए पंख, उन महिलाओं के लिए सजा मंच
आगरा। बीएनआई हेरिटेज द्वारा महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए वुमन आंत्रप्रिन्योर डे में शहर की 70 उद्यमी महिलाओं को मंच दिया गया तो उनका आत्मविश्वास देखने लायक था। सभी के चेहरों पर पंख लगाकर सपनों को साकार करने की ललक दिखी तो कुछ कर गुजरने का आभास भी करा रही थीं।

कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माता के जयकारे और राष्ट्र गान के साथ हुआ। मुख्य अतिथि महापौर हेमलता दिवाकर ने सभी महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सनातन धर्म में शिक्षा, रक्षा और धन की देवी के रूप में मां सरस्वती, मां दुर्गा और लक्ष्मी माता को पूजा जाता है। महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान दिए बिना कोई समाज और देश आगे नहीं बढ़ सकता।
अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष हिमांशु बंसल ने किया। उपाध्यक्ष गौरव पुण्डीर व कोषाध्यक्ष तूलिका जलोका ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आगरा मण्डल की विभिन्न क्षेत्रों की 70 से अधिक महिला उद्यमियों के सम्मान में यह मंच को सजाया गया है। इनमें प्रोडक्ट डिलीवरी, योगा, डायटीशियन, मेकअप आर्टिस्ट, फसाड (बिल्डिंग एलीवेशन), इंटीरियर डिजायनर, डॉक्टर, कैन्डल मैन्युफैक्चरर, इन्फ्लूएंजर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपना कौशल दिखाने वाली महिलाएं शामिल थीं।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव हिमांशी सचदेवा, एजुकेशन को-आर्डिनेटर कुशाग्र मित्तल, अनुज अग्रवाल, अरुण राजपूत, राघव बंसल, स्वपनदीप मित्तल, पुलकित सिंघल, स्पर्श बंसल, हिमांशु गर्ग, पुनीत भोजवानी, दिव्यांक गर्ग, अक्षय ओबराय, तनुज मित्तल आदि मौजूद थे।
आसमान छूने के लिए परिवार और पति का सहयोग जरूरी
आगरा। जिस तरह एक पुरुष की सफलता के पीछे एक महिला का हाथ होता है, वैसे ही एक महिला की सफलता के पीछे उसके परिवार और पति का सहयोग होता है। कार्यक्रम में मौजूद महिला उद्यमियों ने अपनी सफलता के खट्टे मीठे अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि किसी को उसके पति तो किसी को बच्चों या माता पिता ने प्रोत्साहित किया।
अरुण राजपूत ने बिजनेस प्रेजेन्टशन दिया। 30 सैकेन्ड में सबसे बेहतर बिजनेस प्रेजेन्टेशन के लिए गोल्डन माइक पुरस्कार से अकांक्षा जैन, पंक्च्वेलिटी अवार्ड से अनुज अग्रवाल को सम्मानित किया गया।