वित्त मंत्री के धमाके से एनडीए के सहयोगियों के भी चेहरे खिले

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण चल रहा है। भाषण के दौरान उन्होंने एक तरह से धमाका ही कर दिया। मिडल क्लास के लिए सबसे बड़ी सौगात का धमाका। ऐसा धमाका कि पूरा सत्ता पक्ष मेजे थपथपाने लगा। पीएम मोदी खुद तबले के अंदाज में मेज थपथपाते दिखे। एनडीए के सहयोगी दलों के सदस्यों के चेहरे पर भी मुस्कान थी। उत्साह था। कुछ उत्साही सांसद सदन में मोदी-मोदी के नारे भी लगाने लगे। अहम ऐलान के इस जबरदस्त इस्तकबाल की वजह से वित्त मंत्री को कुछ सेकंड के लिए अपना भाषण भी रोकना पड़ा। ये उनके बजट भाषण के आखिरी कुछ चंद मिनट का मंजर था। उनके करीब सवा घंटे लंबे बजट भाषण में सबसे ज्यादा मेजे इसी दौरान थपथपाई गईं। ये ऐलान था 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को इनकम टैक्स के दायरे से बाहर रखने का।

Feb 1, 2025 - 15:07
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वित्त मंत्री के धमाके से एनडीए के सहयोगियों के भी चेहरे खिले


पीएम मोदी ने एक दिन पहले ही दे दिए थे संकेत
मोदी 3.0 सरकार ने अपने पहले पूर्ण बजट में मिडल क्लास के लिए बहुत बड़ी राहत दी। इतनी बड़ी राहत कि उसके बारे में किसी ने शायद ही सोचा हो। एक दिन पहले जब बजट सत्र की शुरुआत से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया से मुखातिब हुए तो प्रार्थना की कि आगामी बजट के मद्देनजर देश के हर गरीब और मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे। पीएम के इस बयान को इस बात का संकेत माना गया कि बजट में मिडल क्लास के लिए कोई बड़ी घोषणा हो सकती है। ऐसी चर्चाएं चलने लगीं कि हो सकता है कि 10 लाख रुपये तक की आय को इनकम टैक्स के दायरे से बाहर कर दिया जाए लेकिन जब बजट सामने आया तो ये सौगात उससे भी ज्यादा थी। 12 लाख रुपये तक की आय वालों को कोई इनकम टैक्स नहीं देना पड़ेगा। सैलरीड क्लास के लिए तो 75 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन को जोड़ दें तो 12.75 लाख रुपये तक की आय वालों को कोई इनकम टैक्स नहीं अदा करना पड़ेगा।

2014 में 2.5 लाख इनकम पर टैक्स नहीं, अब 12 लाख रुपये
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स पर बड़ी राहत का ऐलान करने से पहले मोदी सरकार के दौरान 2014 से 2023 के बीच 3 बार मिडल क्लास को दी गई राहत का खास जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डिमांड विकसित भारत की तरफ यात्रा में मुख्य सपोर्ट बिल्डर हैं। मिडल क्लास भारत के विकास को ताकत देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ये सरकार राष्ट्रनिर्माण में मिडल क्लास की प्रशंसनीय ऊर्जा और क्षमता पर हमेशा विश्वास किया है। उनके योगदान का सम्मान करते हुए हमने समय-समय पर टैक्स का बोझ कम किया है। 2014 में हमने टैक्स फ्री इनकम को बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये किया था। 2019 में उसे फिर बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया गया और 2023 में 7 लाख रुपये किया। ये मिडल क्लास टैक्सपेयर्स में हमारी सरकार के भरोसे को दिखाता है। और अब मुझे ये घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अब 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा।'

मिडल क्लास की जेब में ज्यादा पैसा
वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि अब 12 लाख रुपये तक सालाना इनकम वालों को 80 हजार रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलेगा। 18 लाख रुपये सालाना इनकम वालों को 70000 रुपये टैक्स की बचत होगी। 25 लाख रुपये इनकम वालों का 1,10,000 रुपये टैक्स बचेगा। 2023 में निर्मला सीतारमण ने 7 लाख रुपये तक आय वालों को इनकम टैक्स के बोझ से आजाद कर दिया था। अब 12 लाख रुपये तक आय वालों को भी ये सौगात मिल गई है। अब 8 लाख रुपये आय पर 30000 रुपये, 9 लाख पर 40 हजार रुपये, 10 लाख पर 50 हजार, 11 लाख आय पर 65 हजार और 12 लाख आय पर 80 हजार रुपये का कुल टैक्स बेनिफिट मिलेगा।

इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ नागरिकों को अब ब्याज से आय पर टैक्स डिडक्शन के लाभ को 50000 रुपये से बढ़ाकर दोगुना करते हुए 1 लाख रुपये कर दिया गया है।

मिडल क्लास को मिलेगी ताकत, खपत बढ़ने से इकॉनमी को होगा फायदा
इनकम टैक्स में इस जबरदस्त रियायत का फायदा मिडल क्लास और लोअर मिडल क्लास को तो मिलेगा ही, देश की अर्थव्यवस्था को भी ये ताकत देगा। इससे मिडल क्लास कुछ बचत कर सकेगा, निवेश कर सकेगा। खपत बढ़ेगी। टैक्स का बोझ कम होने से मिडल क्लास का खर्च बढ़ेगा, कंजप्शन बढ़ेगा। इससे इकॉनमी को ताकत मिलेगी। तमाम सेक्टर्स को बूस्ट मिलेगा। निर्मला सीतारमण पर सोशल मीडिया पर अक्सर मीम बनते रहते हैं। उसमें उन्हें मिडल क्लास को टैक्स के बोझ से लादने वाली वित्त मंत्री के तौर पर पेश किया जाता है। अब निर्मला ताई की ये सौगात उस मीमबाजी वाली धारणा को भी शायद खत्म कर दे। खैर, मीम तो अपनी जगह है, बनते रहेंगे, कभी किसी पर, कभी किसी पर। लेकिन अभी तो मिडल क्लास और खासकर सैलरीड क्लास के लिए तो बजट बड़ी सौगात लेकर आया है।