आगरा के 19 फोटोग्राफरों की बोलती तस्वीरों ने कर दिया मंत्रमुग्ध
आगरा। कैमरे के लैंस से कैद हुए साधारण दृश्यों को जब बोलते हुए देखा तो हर दर्शक हतप्रभ रह गया। वर्षों के धैर्य और अथक साधना को फ्रेम में उतारकर ताजमहल के साए में प्रस्तुत किया गया, जिसे देखने के लिए आगरा वासियों सहित पर्यटकों की भीड़ उमड़ती रही।

मियां वाकी, ताज नेचर वॉक पर फोटोग्राफर्स क्लब ऑफ आगरा ने ताज महोत्सव के अंतर्गत लगाई फोटोग्राफी की प्रदर्शनी
- वाइल्डलाइफ, प्रकृति, सनातन धर्म, होली आदि विषयों पर आधारित तस्वीरों को देख दर्शक हुए हतप्रभ, आगरा के वरिष्ठ फोटोग्राफरों की कला का प्रदर्शन
शुक्रवार को ताजमहल के पास स्थित मियां वाकी, ताज नेचर वॉक में ताज महोत्सव के अंतर्गत सामाजिक वानिकी विभाग के सहयोग से फोटोग्राफर क्लब ऑफ आगरा द्वारा फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
पहली बार आयोजित की गई प्रदर्शनी का शुभारंभ फीता काट कर कमिश्नर शैलेंद्र कुमार ने किया। उनके साथ जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी, वन संरक्षक अनिल कुमार पटेल, डीएफओ आदर्श कुमार, डीएलएफ चंबल सेंचुरी चांदनी, फोटोग्राफर क्लब ऑफ आगरा के संस्थापक हर विजय सिंह वाहिया, वेदपाल धर उपस्थित रहे।
कमिश्नर शैलेंद्र कुमार ने प्रदर्शनी में लगी तस्वीरों की सराहना करते हुए कहा कि आगरा में वैश्विक स्तर के फोटोग्राफर हैं इस बात की जानकारी शहर के लोगों को ही नहीं है। फोटोग्राफी कला है जिसे मेहनत, लगन और धैर्य से साधना होता है। सभी फोटोग्राफर की साधना का फल इस प्रदर्शनी में बखूबी प्रदर्शित किया गया है।
वन संरक्षक अनिल कुमार पटेल ने कहा कि जंगल की खामोश दुनिया को तस्वीरों के माध्यम से फोटोग्राफर्स ने आवाज दी है। प्रदर्शनी ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने का माध्यम बनेगी।
संस्थापक हर विजय सिंह वाहिया ने बताया कि प्रदर्शनी में आगरा के प्रतिष्ठित 19 फोटोग्राफर के कमरे में कैद हुई फोटोग्राफी को प्रदर्शित किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी श्रृंखला आकर्षण का केंद्र रही।
आगरा शहर में पहली बार इस तरह की प्रदर्शनी लगाई गई है। ताजमहल के साए में लगी प्रदर्शनी को देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों में खासा रुझान रहा। प्रदर्शनी में वाइल्ड लाइफ, प्रकृति, सनातन धर्म, होली आदि विभिन्न विषयों की झलक तस्वीरों के माध्यम से प्रदर्शित की गई थी। उन्होंने बताया कि एक सर्वश्रेष्ठ तस्वीर खींचने के लिए एक फोटोग्राफर को बहुत बार बरसों बरस इंतजार करना पड़ता है। प्रदर्शनी में लगी बहुत सी तस्वीर ऐसी हैं जिन्हें कैमरे के लेंस में सहजने के लिए फोटोग्राफर को 5 साल - 10 साल तक की अथक साधना करनी पड़ी।
डीएफओ आदर्श कुमार ने बताया कि सामाजिक वानिकी विभाग द्वारा इस मौके पर चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें ललित कला संस्थान, केंद्रीय विद्यालय, कर्नल ब्राइटलैंड स्कूल के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इसके अलावा प्रदर्शनी में वन विभाग के दो रेंज ऑफिसर गजेंद्र पाल सिंह की फोटोग्राफी और दिशा सिंह की पेंटिंग की प्रदर्शित भी लगाई गई।
तेंदुए और चीते की सजी खूबसूरत दुनिया
फोटोग्राफी प्रदर्शनी में हर विजय सिंह वाहिया द्वारा 5 साल की अथक मेहनत से राजस्थान के जंगलों में कैद की गई तेंदुए की तस्वीरों को देखकर दर्शक हैरान रह गए। उनके द्वारा बादलों के बीच में से गुजरती तेंदुए की तस्वीर को देख सभी रुक गए। रात के चित्र हो या दिन के हर तस्वीर तेंदुए को एक नायक की भांति प्रदर्शित कर रही थी। विश्व प्रसिद्ध वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर ललित राजौरा की चीते की तस्वीरों ने भी सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। शिकार करती तस्वीर मन में जहां भय उत्पन्न कर रही थी तो आंखों को रोमांच दे रही थी।
इन फोटोग्राफर्स कि कला का हुआ प्रदर्शन
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी, राम प्रताप सिंह, अनु सिंह, हरविजय सिंह वाहिया, ललित राजौरा, अर्पण भार्गव, रिंकू शर्मा, गोपाल सिंह, डॉ अमोल शिरोमणि, पीयूष सचदेवा, हर्षदीप उप्पल, पीयूष सिंह चराग, पुरू शर्मा, कुलदीप चौधरी, मनोज तेनुगरिया, सिद्धार्थ जैन और वेदपाल धार द्वारा खींची गई तस्वीरें प्रदर्शनी में लगाई गईं।
चंबल में होगी कल फोटो वॉक
संस्थापक हर विजय वाहिया ने बताया कि शनिवार को चंबल के बीहड़ में फोटोग्राफर क्लब आगरा द्वारा फोटो वॉक का आयोजन किया जाएगा। जहां पर नवांकुर फोटोग्राफर्स को भी सीखने का और अपनी तस्वीरों की गुणवत्ता को पल्लवित करने का अवसर मिलेगा।