दमिश्क में विद्रोही लड़ाके घुसे, सैनिकों को समर्पण का आदेश
दमिश्क। सीरिया में हालात बेकाबू हैं। विद्रोहियों ने कई शहरों पर कब्जा कर लिया है। वे दमिश्क में घुस चुके हैं। दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अफरातफरी मची हुई है।
एक हफ्ते से भी कम समय में विद्रोही समूह ने लगभग हर बड़े शहर पर कब्जा कर लिया है। बशर-अल असद पिछले 24 सालों से सत्ता में हैं। वे इस्लामिक स्टेट सहित कई आतंकवादी गुटों के खिलाफ 14 साल के गृहयुद्ध के दौरान भी सत्ता में रहे।
दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सभी कर्मचारियों को निकाला गया, सभी उड़ानें रोक दी गईं। राजधानी में फिर से विस्फोटों की आवाजें सुनी जा रही हैं।
रॉयटर्स की खबर के अनुसार, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद एक विमान में सवार होकर दमिश्क से किसी अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए हैं।
एचटीएस नेता अहमद अल-शरा ने टेलीग्राम पर विद्रोही लड़ाकों को एक संदेश दिया है। अपने असली नाम अबू मोहम्मद अल-जोलानी का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कहा कि दमिश्क आपका इंतजार कर रहा है।
राष्ट्रपति बशर-अल असद के सैन्य नेतृत्व ने दमिश्क में शेष सैनिकों को आत्मसमर्पण का आदेश दे दिया है।
सीरियाई विद्रोहियों ने दमिश्क के निकट जेल में बंदियों को छुड़ा लिया है। सीरियाई विपक्ष का कहना है कि उसके लड़ाकों ने दमिश्क के पास सेडनाया जेल के सभी कैदियों को रिहा कर दिया है।
विद्रोहियों ने अलेप्पो और हम्स पर कब्जा करने के बाद तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स पर अपना पूरा नियंत्रण ले लिया है। वो तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
देश में लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध में पहली बार सरकार के पास अब 14 प्रांतीय राजधानियों में से केवल दो (लताकिया और टारटस) पर नियंत्रण है। हालांकि दमिश्क देश की राजधानी है और ऐसे में विद्रोहियों के यहां घुस जाने से लगभग पूरे सीरिया पर लड़ाकों का कब्जा हो गया है।
सीरिया को लेकर अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह हमारी लड़ाई नहीं है। हमें सीरिया में बढ़ते संघर्ष से दूर रहना चाहिए। असद को सबसे ज़्यादा समर्थन रूस और ईरान से मिलता है।
तेहरान ने सीरिया में इस्लामिक रिपब्लिक के दूतावास को खाली करने की खबरों को खारिज कर दिया। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने दावा किया कि दूतावास पहले की तरह ही काम कर रहा है।
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