aurguru news: अत्याधुनिक पांचजन्य प्रेक्षागृह भी बनेगा मथुरा की पहचान
मथुरा। मथुरा की पहचान योगीराज भगवान कृष्ण की जन्मभूमि और बाल्यकाल की लीलाओं के लिए तो है ही, अब यहां की पहचान पांचजन्य प्रेक्षागृह से भी होगी। पांचजन्य एक शंख का नाम है जो भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में बजाया था। वह शंख समुद्र में से निकला था।मथुरा। मथुरा की पहचान योगीराज भगवान कृष्ण की जन्मभूमि और बाल्यकाल की लीलाओं के लिए तो है ही, अब यहां की पहचान पांचजन्य प्रेक्षागृह से भी होगी। पांचजन्य एक शंख का नाम है जो भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में बजाया था। वह शंख समुद्र में से निकला था। वह विष्णु भगवान के पास था। उसी के नाम पर इस प्रेक्षागृह को नाम दिया है ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रेक्षागृह को लोकार्पित किया और इसी के साथ इसमें आयोजन भी शुरु हो गए। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव समारोह इसी प्रेक्षागृह में हुआ। मथुरा की सांसद हेमामालिनी व अन्य साथी कलाकारों ने कृष्ण सुदामा नृत्य नाटिका का मंचन किया।
पांचजन्य प्रेक्षागृह ब्रज तीर्थ विकास परिषद का सपना था और इसका निर्माण किया है मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण ने। 1935 लाख रुपये की लागत से बने इस प्रेक्षागृह में 859 सीटें हैं जो वर्ल्ड क्लास सुविधायुक्त हैं। इसका आधुनिक सुविधा युक्त मंच है। एलईडी स्टेज लाइट है। जेवीएल के स्पीकर (साउंड सिस्टम) हैं। इसके चार ग्रीन रूम, एक रिहर्सल रूम, एक वीआईपी रूप, चार सुइट्स हैं। शुरू में में यह साधारण मुक्ताकाशीय की तरह था। मंच भी साधारण था। इस ऑडिटोरियम में साउंड सिस्टम इस तरह का है कि आवाज गूंजेगी नहीं। शानदार सीटें हैं। मंच पर अत्याधुनिक प्रकाश व्यवस्था रखी गई है। यही नहीं, ऑडिटोरियम में चार सुइट्स भी बनाये गये हैं। इसके अलावा इसमें वीआईपी रूम भी हैं।
श्रीकृष्ण की नगरी में इंटरनेशनल लेबल के कार्यक्रम करने के लिए कोई जगह नहीं थी। ब्रज तीर्थ विकास परिषद और सांसद हेमामालिनी यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम करना चाहती थीं। यहां कोई कार्यक्रम कराने के लिए थियेटर नहीं था। पंडाल बनाया जाता था और वहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कल्चर प्रोग्राम नहीं हो सकते थे। इसलिए उनके दिमाग में यह योजना थी कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ऑडिटोरियम बनाया जाए। इसी योजना ने आकार लिया है पांचजन्य प्रेक्षागृह के रूप में। ऑडिटोरियम के उद्घाटन के मौके पर सांसद हेमा मालिनी ने खुशी जताई और कहा कि यह प्रेक्षागृह मुंबई और दिल्ली के प्रेक्षागृहों से किसी मायने में कम नहीं है। हेमा मालिनी ने कहा कि वे मुंबई से कलाकारों को बुलाकर अंयतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम यहां कराया करेंगी। प्रेक्षागृह इसी लिहाज से डिजाइन किया गया है कि यहां पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो सके। सारी सुविधाएं विश्वस्तरीय हैं।