आगरा में अब एआई बेस्ड 110 कैमरों से नहीं बच पाएंगे सीट बेल्ट न लगाने वाले
आगरा। आगरा स्मार्ट सिटी ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक नई और अत्याधुनिक पहल की है। अब शहर में बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने वालों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम आइटीएमएस के तहत शहर भर में 110 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कैमरे लगाए गए हैं, जो चालकों के सीट बेल्ट लगाने की स्थिति को स्वतः पहचानकर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 1000 रुपए का ई-चालान जारी करेंगे।
-आगरा स्मार्ट सिटी ने सीट बेल्ट न लगाने वालों के लिए की चालान की नई पहल, आइटीएमएस के तहत लगाए गए हैं शहर भर में ये कैमरे, एक हजार रुपये का चालान सीधे घर पहुंचेगा
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आइटीएमएस सिस्टम के अंदर जो कैमरे पूर्व में लगाए गए थे उनसे ई-चालान जेनरेट होंगे। प्रायोगिक तौर पर इसे चालू किया जा चुका है तथा शुक्रवार से यह सिस्टम विधिवत कार्य करने लगेगा। कैमरा से खींचा गया फोटो ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम को भेजा जाएगा जहां से चालान संबंधित वाहन चालक तक पहुंचेगा। यह सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटिक है और इसमें किसी तरह की अतिरिक्त संसाधन की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि अभी तक एआई के माध्यम से हेलमेट न लगाने, ट्रिपल राइडिंग, रेड लाइट को क्रॉस करने, गलत दिशा में वाहन चलाने और ओवर स्पीड में इस तकनीक का प्रयोग चालान करने के लिए किया जा रहा था। उत्तर प्रदेश में आगरा नगर निगम पहली बार इस तकनीक का प्रयोग कर सीट बेल्ट न लगाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ उपयोग में लाने जा रहा है।
सड़क सुरक्षा और चोटों में कमी आएगी
सीट बेल्ट का उपयोग सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर चोटों और मौतों की संभावना को 45% तक कम किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य शोध संस्थानों के अनुसार, सीट बेल्ट न लगाने वाले चालकों और यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने या मौत का जोखिम कई गुना अधिक होता है। इस नई पहल से दुर्घटनाओं के दौरान होने वाली चोटों और मृतकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आएगी।
आइटीएमएस के तहत लगाए गए 110 एआई एनालिटिक्स कैमरे
हाई डेफिनिशन फुटेज के माध्यम से गाड़ियों में बैठे चालकों और यात्रियों की स्थिति का विश्लेषण ये कैमरे करते हैं। जैसे ही कोई चालक या यात्री बिना सीट बेल्ट के पाया जाता है, कैमरा तुरंत उस गाड़ी की नंबर प्लेट स्कैन करता है और स्वचालित रूप से चालान जारी कर देता है।
-
दूसरे शहरों के लिए बन सकती है मिसाल
आगरा नगर निगम की यह पहला देश के अंदर शहरों के लिए एक मिसाल बन ने के साथ ही पूरे देश में सड़क सुरक्षा को एक नई दिशा दे सकती है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सीट बेल्ट लगाने की आदत को बढ़ावा देने से न केवल दुर्घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि इससे जान-माल की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह पहल आधुनिक तकनीक का उपयोग करके शहर को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हम जनता से अपील करते हैं कि वे इस पहल का समर्थन करें और यातायात नियमों का पालन करें।
-अंकित खंडेलवाल
नगर आयुक्त नगर निगम
What's Your Reaction?