नव संवत्सर और नवरात्र आज से शुरू , इस वर्ष हाथी पर सवार होकर आईं हैं माँ दुर्गा

आगरा। आज से नव वर्ष और नव दुर्गा दोनों ही प्रारंभ हो रहे हैं। इस बार मातारानी दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। साथ ही आज से नव संवत्सर 2082 का शुभ आगमन हो रहा है। संवत का नाम सिद्धार्थी है और इस वर्ष के राजा और मंत्री दोनों ही सूर्यदेव होंगे।

Mar 30, 2025 - 08:19
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नव संवत्सर और नवरात्र आज से शुरू , इस वर्ष हाथी पर सवार होकर आईं हैं माँ दुर्गा

नव संवत्सर में राज तंत्र के बदलाव के संकेत, आगजनी और गर्मी बढ़ेगी 

रामनवमी पर प्रदेशभर में नहीं खुलेंगी मीट विक्रेताओं की दुकानें 

ज्योतिषाचार्य ब्रज मोहन दीक्षित के अनुसार यह वर्ष राज्य, शासन और प्रजा के लिए अनुकूल रहेगा। लोगों की आय बढ़ेगी। प्रसन्नता का संचार रहेगा। देश में सुख समृद्धि व खुशहाली रहेगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष में वैश्य वर्ग का लाभ रहेगा। राजतन्त्र में बदलाव होगा। पशुओं को पीड़ा रहेगी। आगजनी की घटना व गर्मी बहुत रहेगी।

आज से शुरू हुए चैत्र नवरात्र 

ज्योतिषाचार्य दीक्षित ने बताया कि सतयुग का प्रारंभ भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हुआ था। इसीलिए इसे युगादि तिथि भी कहा जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार चैत्र नवरात्रि के दौरान मीन राशि में शनि, सूर्य, बुध, शुक्र और राहु विराजमान रहेंगे, जिससे पंचग्रही राजयोग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि ऐसा संयोग करीब 100 साल बाद बन रहा है। 

ऐसे में जातकों के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि आएगी। इसके अलावा चैत्र नवरात्रि में सर्वार्थ सिद्ध, इंद्र, बुधादित्य, शुक्रादित्य, लक्ष्मी नारायण योग जैसे शुभ योगों का भी निर्माण हो रहा है।

घटस्‍थापना या कलश स्‍थापना का मुहूर्त- 

30 मार्च, रविवार को स्थिर लग्न वृषभ में सुबह 08 बजकर 34 मिनट से प्रारंभ होगा और सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा। 

घट स्थापना करके भगवती के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है तथा दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया जाता है। 

इस बार नवरात्रि 8 दिन की है, जिसमें द्वितीया व तृतीया दोनों तिथि एक हो गयी है। इस बार माँ दुर्गा हाथी पर सवार होकर आयेंगी, जिसका फलस्वरूप इस साल अच्छे वर्षा का योग है। देश में सुभिक्ष रहेगा पर वर्षा अत्यधिक रहेगी।

रामनवमी को नहीं खुलेंगी मीट की दुकानें 

प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि पूरे नवरात्रों में मंदिरों के पांच सौ मीटर की परिधि में कोई भी मांस / मछली आदि की दुकान नहीं रहेगी। दुकानें इस परिधि के बाहर भी लाइसेंस के शर्तों के अधीन ही संचालित होगी। कोई भी मीट विक्रेता खुले में मीट नहीं बेचेगा । साथ ही रामनवमी के दिन सभी मीट विक्रेताओं की दुकाने बंद रहेंगीं। 

आदेशों का अनुपालन कराने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।