प्रेमिका की खातिर सीकरी में दो बार फायरिंग की थी कान्हा के गैंग ने
फतेहपुर सीकरी। कस्बे के मोहल्ला गौरापाड़ा में दो बार फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले पांच अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। पुलिस ने खुलासा किया है कि अपनी प्रेमिका के परिवार के जमीन संबंधी एक विवाद को लेकर दूसरे पक्ष में खौफ पैदा करने के लिए इन अपराधियों ने दो बार फायरिंग कर सनसनी फैलाई थी। पुलिस ने उस लड़की को भी पकड़ लिया है, जिसके लिए इन बदमाशों ने दहशत फैलाई थी।

फतेहपुर सीकरी पुलिस को मोहल्ला गौरापाड़ा में 26 दिसंबर तथा 6 जनवरी को फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले गैंग की तलाश थी। वारदात के बाद ये सभी फरार चल रहे थे। थाना पुलिस ने बीती रात दो बजे तेरह मोरी के समीप सीकरी चार हिस्सा से चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से तीन तमंचे, पांच जिंदा कारतूस तथा तीन मोबाइल बरामद हुए हैं। इसके साथ ही इस गैंग के सम्पर्क वाली युवती को भी गुड़ की मंडी नहर के पास से सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तेहरा गेट के समीप की निवासी आंसू पुत्री लोकेंद्र चौधरी का ग्राम जोतना निवासी सुमित खुंटेला से जमीन का विवाद चल रहा है। आंसू ने अपने मित्र केपी उर्फ कान्हा सिंह पुत्र महावीर सिंह निवासी गायत्री कॉलोनी थाना नदबई जिला भरतपुर राजस्थान को इस विवाद के बारे में बताते हुए मदद मांगी। कान्हा सिंह ने अपने साथी जतिन पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी गायत्री कॉलोनी थाना नदबई, राजेश पुत्र सुरेश और दीपक पुत्र सुरेश निवासी बनखंडी कॉलोनी कस्बा व थाना नदबई जिला भरतपुर तथा दीपशिखर पुत्र हरेंद्र पाल निवासी मांझी थाना नदबई को अपने साथ मिलाया।
26 दिसंबर और छह जनवरी को की थी फायरिंग
विगत 26 दिसंबर 2024 को केपी उर्फ कान्हा अपने चारों साथियों के साथ मोहल्ला गौरापाड़ा पहुंचा तथा इन्होंने सुमित चौधरी को ललकारते हुए उसके दरवाजे पर फायरिंग की। पुलिस के पहुंचने से पहले ये सभी भाग गए। इस घटना की रिपोर्ट थाना फतेहपुर सीकरी में लिखी गई थी। इसके बाद 6 जनवरी 2025 को कान्हा अपने दोस्तों के साथ दोबारा से गौरापाड़ा पहुंचा तमंचों से गोलियां चलाईं, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस बार तो कान्हा और उसके साथी यूपी पुलिस को ही धमका रहे थे।
इंस्टाग्राम पर सम्पर्क में रहते थे बदमाश
यह गैंग तभी से भूमिगत चला आ रहा था। एसीपी गौरव सिंह और प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया ने कई टीमों को इन बदमाशों की तलाश में लगाया हुआ था, लेकिन ये इतने शातिर थे कि अपने मोबाइल का प्रयोग नहीं करते थे। एसीपी ने बताया कि गैंग के सदस्य आपस में इंस्टाग्राम के माध्यम से संवाद करते थे।
कान्हा पर राजस्थान में छह मुकदमे दर्ज
एसीपी ने बताया कि कान्हा पर राजस्थान में छह मुकदमे पंजीकृत हैं तथा अन्य बदमाशों पर भी मुकदमे पंजीकृत प्रकाश हैं। इस गैंग को डिटेक्ट करना काफी मुश्किल भरा था, किंतु पुलिस की सर्विलेंस टीम द्वारा निरंतर प्रयास के बाद सभी वांछित अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वारदात के बाद मिट्टी में दबा देते थे हथियार
ये अपराधी हमेशा अपने असलहों को आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ढाबा संचालक के पास रखते थे। ढाबा संचालक गौरव शर्मा असलाह छुपाने में मदद करता था। वारदात के बाद असलाह जमीन में दबा दिए जाते थे।
पुलिस के अनुसार केपी सिंह उर्फ कान्हा की रिश्तेदारी दरगाह गली फतेहपुर सीकरी में थी। उसका वहां आना-जाना था। यही उसकी पहचान आंसू पुत्री लोकेंद्र से हो हुई। युवती ने कान्हा को अपने जमीन संबंधी विवाद और दूसरे पक्ष द्वारा मां के साथ गाली गलौज किए जाने की जानकारी दी थी। इसी के बाद कान्हा और उसके साथियों ने दूसरे पक्ष में खौफ पैदा करने के लिए दो बार फायरिंग की गई थी।